अंकल ने मुझे 50 रुपए का नोट दिखाया। कहा कि चॉकलेट खिलाएंगे, फिर मेरा मुंह दबाकर जंगल ले गए। मेरे साथ गलत काम किया, बहुत दर्द हुआ था। उस समय को याद करते हुए 7 साल की मासूम बच्ची रोने लगी। दरअसल, जनवरी 2025 में उसके साथ शहजाद ने रेप किया था। जब उन्हें पता चला कि शहजाद का एनकाउंटर हुआ है, तो बच्ची के परिवार के चेहरे का दर्द खुशी में बदल गया। हालांकि परिवार अभी भी डरा हुआ है। क्योंकि शहजाद ने 4 दिन पहले उनके परिवार को धमकी दी थी- मेरे खिलाफ दर्ज रेप केस को खत्म करवा दो। अगर ऐसा नहीं करोगे, तो तुम लोगों का जिंदा रहना मुश्किल हो जाएगा। जानते हो न, तुम्हारी बेटी के साथ क्या किया था। परिवार ने केस वापस नहीं लिया तो 11 अक्टूबर की रात बच्ची के घर पर शहजाद ने गोलियां दाग दीं। परिवार दहशत में आ गया। मगर मेरठ पुलिस ने 13 अक्टूबर की सुबह मुठभेड़ में रेप के आरोपी को मार गिराया। दहशत में आए परिवार ने CCTV लगवाए हैं। मेरठ पुलिस के 2 कॉन्स्टेबल 24 घंटे उनके घर के बाहर तैनात रहते हैं। बच्ची की परेशान मां कहती हैं- शहजाद चला गया, मगर हमें डर बना हुआ है। मेरी बच्ची के साथ फिर कुछ गलत न हो जाए। बता दें कि शहजाद ने 2019 में एक और बच्ची के साथ रेप किया था। उसका परिवार भी खुश है। बता दें कि शहजाद के साथ पुलिस मुठभेड़ सरुरपुर इलाके के जंगलों के पास हुई। गोली लगने से 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की (34) ढेर हो गया। उसके सीने में गोली लगी। इसके बाद दैनिक भास्कर टीम मासूम बच्ची के परिवार का दर्द बांटने उनके घर पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट… दरिंदगी की शिकार बच्ची 1. घर में सुरक्षा के लिए पुलिस ड्यूटी, CCTV लगे
बच्ची और उसके परिजनों को पुलिस सुरक्षा दी गई थी। भास्कर टीम जब वहां पहुंची तो बाहर 2 कॉन्स्टेबल तैनात मिले। उन्होंने बताया- घर पर शहजाद ने हमला किया था, इसलिए परिवार की सुरक्षा के लिए फिलहाल पुलिस ड्यूटी लगा दी गई है। हमें बताया गया कि घर के बाहर CCTV भी लगवा दिया गया है। घर के अंदर जाने पर बच्ची से मुलाकात होने पर हमने पूछा- उस दिन क्या हुआ था? बच्ची ने कुछ सोचते हुए कहना शुरू किया। उस दिन मैं स्कूल से लौट रही थी। तभी रास्ते में मुझे एक अंकल दिखे। मैं उनको जानती नहीं थी। उन्होंने मुझे 50 रुपए दिखाए। कहा कि आओ…तुम्हें टॉफी के लिए पैसे दूंगा। मैं उनके पास चली गई, अंकल ने मुझे गोद में उठा लिया, फिर जंगल ले गए। इसके बाद उन्होंने मेरा मुंह दबा लिया। बेड टच किया। उनके साथ, एक दूसरे अंकल भी वहां मौजूद थे। मां बोली- देर से सही, मगर इंसाफ मिला
रेप पीड़िता की मां बहुत खुश दिख रहीं थीं। मां ने कहा- मेरे 3 बच्चे हैं। बड़ा बेटा, फिर 2 बेटियां हैं। उस दिन को याद करते हुए मां कहती हैं- मेरी बेटी उस दिन स्कूल से 5 बजे पढ़कर आई थी। वो बाहर खेलने चली गई। मुझे लगा कि बाहर ही खेल रही होगी। जब बेटा घर आया तो कहने लगा कि बहन कहां है? वो तब तक घर नहीं आई थी। तब हम उसे खोजने लगे। हमने उसे हर जगह तलाश किया। 7 बजे तक हम सड़क पर बच्ची को ढूंढ रहे थे। मगर कहीं कुछ पता नहीं चला। तभी मेरे भाई का फोन आया कि बहन तू घर आजा, बच्ची यहां आ गई है। हम लोग घर पहुंचे। बच्ची गले लगकर रोने लगी। कहा- मम्मी, वो दो लोग थे। मेरा गला घोंट रहे थे, मुझे पीट रहे थे। हम लोग बहुत डर गए थे। मां आगे कहती हैं- 25 जनवरी की घटना थी। हमने थाने में भी रिपोर्ट की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन जब 2 दिन पहले वो हमारे घर आया, उसने हमारे घर आकर फायरिंग कर दी। कहा कि मुकदमा वापस ले लो, नहीं तो जान से मार देंगे। तब दोबारा हमने पुलिस को सारी बात बताई। मगर पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। आरोपी अपने एक दोस्त के पास मिलने आया था, वो लड़का हमारा पड़ोसी है। पीड़िता की मां बोलीं- आज हमें बहुत अच्छा लग रहा है। पहले पुलिस ने हमारी कोई सुनवाई नहीं की। देर से ही सही हमें इंसाफ मिला है। मगर डर बना हुआ है, शहजाद जैसे तो यहां कई है, बच्चियों को लेकर अब रिस्क नहीं ले सकते हैं। दरिंदगी की शिकार बच्ची 2. इतने साल हम तिल-तिल कर मरते रहे, आज खुशी मिली
वहीं जिस बच्ची से शहजाद ने 2019 में रेप किया। उनका परिवार भी आज बेहद खुश दिखा। बच्ची का परिवार टोकरी बनाने का काम करता है। बेहद गरीब परिवार में पीड़िता उसकी मां और भाई-बहन है। पीड़िता आज भी इस घटना को सुनकर कुछ बोल नहीं पाती, वो सहम जाती है। पीड़िता की मां ने बताया- शहजाद बहुत खराब आदमी था। पुलिस ने अच्छा किया जो उसे मार दिया। इतने सालों में हर रोज हम लोग तिल-तिल करके मरते रहे। कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी, आज लगा कि मेरठ में पुलिस ने गरीबों की सुन ली है। पीड़िता के भाई ने बताया- 10 साल पहले मेरी बहन भट्टे से मिट्टी लेकर आ रही थी। वहीं मेरी बहन के साथ गलत काम किया। मैंने मुकदमा भी दर्ज कराया था। मगर तब शहजाद के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो सकी थी। शहजाद के परिवार की बात मां बोली- ऐसी औलाद किसी को न मिले
बच्चियों के परिवारों से बात करने के बाद भास्कर टीम क्रिमिनल शहजाद के पिता रहीसुद्दीन और मां नसीमा से मिली। दोनों ने बताया- वो बचपन से ही क्रिमिनल माइंडेड था। शहजाद जब 7 साल का था, तब उसने पहली बार चोरी की थी। पिता ने बताया कि जब शहजाद 15 साल का हुआ, उसने मुझे चारा काटने की मशीन में फेंक दिया था। इसमें मैं दिव्यांग हो गया। अब बेटे के एनकाउंटर पर शहजाद के अब्बू, अम्मी दोनों संतुष्ट हैं। दोनों ने कहा- ऐसी औलाद से बेऔलाद होना अच्छा है, पिता ने बेटे की पूरी क्रिमिनल हिस्ट्री बताई, वो पढ़िए… मैंने चोरी करने पर डांटा, तो मुझे चारा की मशीन में फेंक दिया
मेरा बेटा शहजाद बचपन से ही क्रिमिनल माइंड का था। 7 साल की उम्र में उसने एक कुम्हारन से 5 रुपए चुराए। फिर वो अक्सर चोरियां करने लगा। जब वो 15 साल का हुआ, तब एक दिन चोरी करते हुए पकड़े जाने पर मैंने उसको डांटा था, गुस्से में उसने मुझे धक्का देकर चारा की मशीन में फेंक दिया। मेरे पैर में चोट आई। इसी हादसे के बाद मैं दिव्यांग हो गया। 15 दिन पहले हमने उससे रिश्ता खत्म कर दिया था। मैं और मेरा परिवार उससे परेशान था। उन्होंने कहा- 2 बार मैंने खुद उसे पुलिस को सौंपा। वो 4 से 5 बार जेल गया था। लड़कियों को परेशान करता था। सिखेड़ा में भी इसने यही काम किया था। ऐसा दरिंदा ठीक है क्या? उसको मार दिया, यही अच्छा है। मां नसीमा ने कहा- शहजाद की इन्हीं हरकतों की वजह से उसकी पत्नी शादी के 3 महीने बाद ही उसको छोड़कर चली गई थी। उसको हमने बेदखल कर दिया था। हम उसकी डेडबॉडी नहीं लेंगे। मैं उसकी सूरत भी नहीं देखना चाहती। 1 किमी के दायरे में रेप की 2 वारदात
शहजाद ने दोनों बार बच्चियों का जो रेप किया, वो पूरा घटनाक्रम उसके घर से कुल 1 किमी के ईद-गिर्द रहा। शहजाद के घर से दूसरी गली यानि 500 मीटर की दूरी पर पहली बच्ची का मकान है। जिसे उसने अपना पहला शिकार बनाया। जनवरी 2025 में शहजाद ने जिस 7 साल की बच्ची से रेप किया वो भी उसके घर से 1 किमी दूर रहती है। बच्ची के मकान के पीछे ही जंगल में ले जाकर उससे रेप किया। बच्चियों को चॉकलेट के बहाने बुलाकर ले जाता और रेप करता। …….. ये पढ़ें बेटा एनकाउंटर में ढेर, पिता बोले- मैं बहुत खुश हूं:लावारिस में दफना दो; मेरठ में शहजाद ने 7 साल की बच्ची से गैंगरेप किया था मेरठ पुलिस ने सोमवार सुबह मुठभेड़ में गैंगरेप के आरोपी को मार गिराया। मुठभेड़ सरुरपुर थाना क्षेत्र के जंगलों के पास हुई। पुलिस से घिरता देख बदमाश ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। गोली लगने से 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की (34) ढेर हो गया। उसके सीने में गोली लगी। पढ़िए पूरी खबर…