20 हत्याओं के आरोपी साइको किलर अविनाश श्रीवास्तव को एक बार फिर पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे चौक शिकारपुर नालापार इलाके से गैर-कानूनी हथियार और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, वह पटना सिटी के एक बड़े बिजनेसमैन की हत्या की साजिश रच रहा था और मौके पर ही अपने गैंग के साथ वारदात की प्लानिंग कर रहा था। अविनाश श्रीवास्तव कुछ ही दिन पहले भागलपुर जेल से जमानत पर बाहर निकला था। इससे पहले वह लंबे समय तक पटना के बेऊर जेल में बंद था। जेल के अंदर ही उसने पटना सिटी के एक बड़े कारोबारी की हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी थी। चुनाव के दौरान सुरक्षा कारणों से उसे बेऊर जेल से भागलपुर शिफ्ट कर दिया गया था। दो दिन पहले ही रिहा होने के बाद वह सीधे पटना पहुंचा और चौक थाना क्षेत्र के शिकारपुर नालापार इलाके में अपने गुर्गों के साथ मीटिंग करने लगा। इसी बीच वरीय पुलिस अधिकारियों को इनपुट मिला कि कुख्यात अविनाश किसी बड़ी वारदात की तैयारी में है। इंटेलिजेंस इनपुट मिलते ही पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की गई और संदिग्ध जगह पर छापेमारी की योजना बनी। पिता के हत्यारे को मारी थीं 32 गोलियां, लाश के पास बैठा रहा आज से 9 साल पहले की बात है। साल 2016 में हाजीपुर के महुआ थाना क्षेत्र के हरपुर बेलवा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में चोरी करते एक चोर पकड़ा गया। पुलिस ने उसके बारे में पूछा तो बोला- गूगल में साइको किलर अमित सर्च कीजिए। पुलिस ने जैसे ही यह सर्च किया, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह साइको किलर अविनाश श्रीवास्तव उर्फ अमित था। अविनाश खुशी से नाचने लगा था। अविनाश के सीरियल किलर बनने की कहानी 2003 में शुरू होती है। उसने मर्डर की शुरुआत अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए किया था। अविनाश के पिता ललन श्रीवास्तव RJD से MLC थे। उनकी 2002 में हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसका बदला लेने के लिए उसने पहला मर्डर हाजीपुर में मोइन खां उर्फ पप्पू खां का किया था। अविनाश ने 32 गोलियां मारीं और उसके शव के पास 3 घंटे तक बैठा रहा। इसके बाद अविनाश पर हत्या के करीब 20 मामले दर्ज हुए। अविनाश ने दावा किया था कि फिल्म ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ में उसके ब्रस्ट फायर (दनादन गोली दागना) वाले क्लाइमेक्स को चोरी किया गया था। पटना के डिप्टी मेयर के पति की हत्या में भी शामिल रहा अविनाश पर आरोप है कि पटना के डिप्टी मेयर अमरावती देवी के पति दीना गोप को उसने एके-47 से भून दिया था। उसने पिता के मर्डर केस के आरोपियों की तरफ से केस लड़ने वाले वकील को भी मार डाला था। उस पर कैप्टन सुनील के भाई, विजय गोप, अजय गोप, लालू गोप, अजीत गोप, अधिवक्ता सरदार जी, इम्तियाज, चनारिक गोप, स्वर्ण व्यवसायी मनोज सोनार, राहुल यादव समेत 20 लोगों की हत्या का आरोप है। पिता की हत्या के बाद अपराध की दुनिया में रखा कदम पढ़ाई के बाद अमित दिल्ली में ही नौकरी करने लगा। उसे 40 हजार मिलते थे, लेकिन उसके पिता ने अमित को पटना आकर बिजनेस करने को कहा था। पिता के कहने पर वह पटना आया, लेकिन अमित के पिता ने जिन लोगों के साथ मिलकर बिजनेस प्लान किया था। उन्हीं लोगों ने उसके पिता की हाजीपुर में हत्या कर दी। इसके बाद वो अपराध की दुनिया में उतर गया। अमित, अपराध जगत में साइको किलर के नाम से जाना जाता है। उसे ब्रस्ट फायर करने में महारत हासिल है।