बस 4 दिन बाद नया साल आने वाला है। 2026 बिहार के लोगों के लिए उम्मीदों का वर्ष है। नई सरकार 2 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी देने वाली है। 2026 में सरकारी कर्मचारियों को 54 दिन की छुट्टी मिलेगी। होली और दुर्गा पूजा जैसे अवसरों पर 4-4 दिन की छुट्टी है। रक्षाबंधन के समय दो दिन छुट्टी मिल जाए तो 6 दिन के लिए कहीं घूमने जाने की प्लानिंग की जा सकती है। 10 लंबे वीक एंड मिल रहे हैं। नए साल में कितनी छुट्टियां हैं? कब लंबी छुट्टी मिलने वाली है? कितनी सीटों पर भर्ती होने वाली है? कौन से बड़े राजनीतिक इवेंट होने हैं? खास रिपोर्ट में जानिए… सरकारी कर्मियों को मिलेगी 54 दिनों की छुट्टी नीतीश सरकार ने 2026 के लिए सरकारी छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया है। इसके अनुसार कुल 54 दिनों की छुट्टी मिलेगी। इनमें से 10 दिन रविवार है। मतलब असल में छुट्टी वाले दिन 44 बचे। 10 शुक्रवार को छुट्टी है। इससे लंबे वीकेंड मिल सकते हैं। 2026 में सरकारी ऑफिस में 11 दिन का सामान्य अवकाश रहेगा। ये वो छुट्टियां हैं जब सभी सरकारी ऑफिस पूरी तरह बंद रहेंगे। इसके साथ ही 20 दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किए गए हैं। इन दिनों को सभी सरकारी ऑफिस पूरी तरह बंद रहेंगे। इसके अलावा कर्मचारियों को 22 दिनों का ऐच्छिक या प्रतिबंधित अवकाश मिलेगा। यह अवकाश कर्मचारी अपनी व्यक्तिगत या धार्मिक आवश्यकता के अनुसार चुनते हैं। एक दिन वार्षिक लेखाबंदी के लिए तय किया गया है। इस दिन सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। 2026 की छुट्टी के कैलेंडर में हिंदू और मुस्लिम धर्म से जुड़ी छुट्टियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश है। ऐच्छिक/प्रतिबंधित अवकाशों की सूची में से पूरे साल में अधिकतम किसी तीन अवकाशों का इस्तेमाल किया जा सकेगा। होली से छठ तक, कब मिलेगी लंबी छुट्टी गणतंत्र दिवस, 4 चार दिन की छुट्टी: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस है। इससे पहले 23 जनवरी को वसंत पंचमी और 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर जयंती के दिन ऐच्छिक अवकाश है। 25 जनवरी को रविवार है। इस तरह लगातार चार दिन छुट्टी मिल सकती है। होली, 4 दिन की छुट्टी: 2 मार्च को होलिका दहन की ऐच्छिक छुट्टी है। 3 और 4 मार्च को होली की छुट्टी है। 1 मार्च को रविवार है। इस तरह लगातार 4 दिनों की छुट्टी मिल सकती है। मुहर्रम, 3 दिन की छुट्टी: 26 जून को मुहर्रम के चलते सार्वजनिक अवकाश है। 27 जून को ऐच्छिक छुट्टी है। वहीं, 28 जून को रविवार है। इस तरह लगातार 3 दिन छुट्टी मिलेगी। रक्षाबंधन: 23 अगस्त को रविवार है। 24 अगस्त को सावन माह का अंतिम सोमवार है। इस दिन ऐच्छिक छुट्टी है। 26 अगस्त (बुधवार) को हजरत मुहम्मद साहब का जन्म दिन होने के चलते सार्वजनिक अवकाश है। 28 अगस्त (शुक्रवार) को रक्षाबंधन है। अगर एक कर्मचारी को 25 और 27 अगस्त को छुट्टी मिले तो वह लगातार 6 दिन छुट्टी मना सकता है। दुर्गा पूजा, 4 दिन की छुट्टी: दुर्गा पूजा के अवसर पर 18-21 अक्टूबर तक चार दिन की छुट्टी है। 21 अक्टूबर को कृष्ण सिंह जयंती होने के चलते ऐच्छिक छुट्टी है। छठ पूजा, 3 दिन छुट्टी: छठ पूजा का खरना 14 नवंबर को है। इस दिन ऐच्छिक छुट्टी है। इसके बाद 15 और 16 नवंबर को छठ पूजा की छुट्टी है। इस तरह तीन दिन लगातार छुट्टी मिल सकती है। सरकारी स्कूलों में 65 दिन छुट्टियां नए साल में बिहार के सरकारी स्कूलों के बच्चों को 65 दिन छुट्टी मिलेगी। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से जारी स्कूलों की छुट्टियों पर नजर डालें तो इनकी संख्या 75 है। इसमें 10 रविवार हैं। इस हिसाब से 65 छुट्टियां हैं। सरकारी नौकरी वालों को कब मिलेगी 2/3 दिन लगातार छुट्टी कोर्ट में सामान्य अवकाश जानकी नवमी- 25 अप्रैल (शनिवार), 26 अप्रैल को रविवार
कबीर जयंती- 29 जून (सोमवार), 28 जून को रविवार ऐच्छिक/प्रतिबंधित छुट्टी कर्पूरी ठाकुर जयंती- 24 जनवरी (शनिवार), 25 जनवरी रविवार, 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस)
होलिका दहन- 2 मार्च (सोमवार), 1 मार्च (रविवार), 3-4 मार्च (होली)
मुहर्रम- 27 जून (शनिवार), 28 जून (रविवार)
सावन की अंतिम सोमवारी- 24 अगस्त (सोमवार), 23 अगस्त (रविवार)
तीज- 14 सितंबर (सोमवार), 13 सितंबर (रविवार)
छठ पूजा खरना- 14 नवंबर (शनिवार), 15 नवंबर (रविवार), 16 नवंबर (छठ) सार्वजनिक अवकाश गणतंत्र दिवस- 26 जनवरी (सोमवार), 25 जनवरी (रविवार)
ईद उल फितर- 21 मार्च (शनिवार), 22 मार्च (रविवार)
स्वतंत्रता दिवस- 15 अगस्त (शनिवार), 16 अगस्त (रविवार)
दुर्गा पूजा-18 अक्टूबर रविवार, 19-20 अक्टूबर
छठ-15 नवंबर, 16 नवंबर इन 10 शुक्रवार को लॉन्ग वीकेंड में बदल सकते हैं बिहार सरकार की छुट्टियों में लॉन्ग वीकेंड कब- कब हो सकते हैं? इसे जानिए। शुक्रवार की छुट्टी में मिलाकर आप शनिवार की छुट्टी लेते हैं तो आपको तीन दिनों की लंबी छुट्टी मिल सकती है। 23 जनवरी को वसंत पंचमी की छुट्टी है। 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर जयंती है। वहीं, 25 जनवरी को रविवार है तो 26 जनवरी को भी छुट्टी है। इस तरह एक बार में 4 दिन की छुट्टी मिलेगी।
13 मार्च को रमजान का अंतिम जुमा
28 अगस्त को रक्षाबंधन
25 सितंबर को अनंत चर्तुदशी
3 अप्रैल को गुड फ्राइडे
1 मई को मई दिवस, बुद्ध पूर्णिमा
4 सितंबर को कृष्ण जन्माष्टमी
2 अक्टूबर को गांधी जयंती
25 दिसंबर को क्रिसमस बिहार में 5 तरह की हैं सरकारी छुट्टियां 1. राजपत्रित अवकाश यानी गजेटेड छुट्टी: इसकी घोषणा राज्य सरकार करती है। इसके अनुसार सरकारी ऑफिस, स्कूल, कॉलेज आदि बंद रहते हैं। गणतंत्र दिवस, होली, दीपावली, स्वतंत्रता दिवस आदि की छुट्टियां इसी में आती हैं। 2. गैर राजपत्रित छुट्टियां या रिस्ट्रिक्टेड छुट्टी: इसे कर्मचारी अपनी सुविधा और धर्म-परंपरा के अनुसार चुन सकते हैं। पूरे ऑफिस के लिए अनिवार्य रूप से लागू नहीं है। हर कर्मचारी को तय संख्या में मिलती है। 3- साप्ताहिक छुट्टी: आमतौर पर बिहार में रविवार को मिलती है। सचिवालय जैसे ऑफिस में शनिवार को भी मिलती है। 4. विशेष स्थानीय अवकाश: यह जिला या प्रमंडल स्तर पर घोषित होती है। जैसे-किसी जिले के स्थापना अवसर पर या स्थानीय पर्व पर। 5. आपात या विशेष परिस्थिति में छुट्टी: प्राकृतिक आपदा, चुनाव, शोक आदि के समय राज्य सरकार इसकी घोषणा करती है। कर्मचारियों को मिलती है 6 तरह की छुट्टी CL (कैजुअल लीव): एक कर्मचारी को एक साल में 13 दिन के लिए मिलती है। निजी या पारिवारिक कारण से ली जाती है। अगर किसी ने 13 की जगह 10 छुट्टी ली तो बची हुई 3 छुट्टी अगले साल की छुट्टी में नहीं जुड़ेगी। आम तौर पर इस छुट्टी को लगातार 5 दिन से ज्यादा नहीं ले सकते। इसके साथ EL (अर्न लीव) या ML (मेडिकल लीव) जोड़कर नहीं लिया जाता। Sl (स्पेशल लीव): यह स्वास्थ्य आदि कारणों से लिया जाता है। महिलाएं प्रतिमाह दो दिन यह अवकाश ले सकती हैं। ML (मेडिकल लीव): इसे पूरे सेवा काल में अधिकतम 250 दिन ले सकते हैं। बीमारी, स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति, ऑपरेशन, दुर्घटना जैसी स्थिति में इसे ले सकते हैं। इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट देना पड़ता है। EL/ PL (अर्न लीव या प्रिविलेज लीव): इसे अधिकतम 300 दिन तक जमा किया जा सकता है। इसका उपयोग कर्मचारी लंबी छुट्टी लेने के लिए करते हैं। आम तौर पर एक साल में 30 EL/ PL जुड़ते हैं। ML (मैटरनिटी लीव): गर्भवती या नई माताओं को छह माह (180 दिन) की छुट्टी मिलती है। इस अवधि में पूरा वेतन भी मिलता है। Pl (पैटरनिटी लीव): पिता बनने वाले पुरुष कर्मी को मिलता है। इसकी अवधि 15 दिनों की होती है। पहले दो बच्चों तक यह छुट्टी मिलती है। 2026 में बिहार में होने वाले पॉलिटिकल इवेंट जनवरी: नीतीश कैबिनेट का विस्तार होगा 16 जनवरी के बाद नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। बिहार सरकार में विभागों की संख्या 45 से बढ़कर 48 हो चुकी है। विधायकों के संख्या बल के हिसाब से 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं। अभी मुख्यमंत्री सहित 27 मंत्री हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश मिश्रा, जीवेश मिश्रा, संजीव चौरसिया जगह पा सकते हैं। जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष बदलेंगे, राजद में भी बदलाव संभव 2026 में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा बदल सकते हैं। वे 2 टर्म से प्रदेश अध्यक्ष पद पर हैं। इसलिए हटाए जा सकते हैं। उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की चर्चा है। आरजेडी में भी बदलाव संभव है। प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल की विदाई हो सकती है। कांग्रेस की करारी हार के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की कुर्सी पर फिलहाल कोई खतरा नहीं दिख रहा। बीजेपी में नई राज्य कार्यकारिणी गठन पर नजर भाजपा में नए साल में राज्य कार्यकारिणी का गठन होना है। सभी की नजर इस पर है कि इस बार बीजेपी किस तरह से सोशल इंजीनियरिंग को साधती है। संजय सरावगी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वे अपने हिसाब से नई कमेटी बनाएंगे। लोगों की नजर इस पर भी है कि नई कमेटी में सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और दिलीप जायसवाल के नजदीकियों को किस तरह से जगह मिलती है। निशांत कुमार की पॉलिटिकल एंट्री संभव दूसरी ओर नीतीश कुमार के पुत्र निशांत कुमार की पॉलिटिकल एंट्री बंगाल चुनाव से पहले कराई जा सकती है। इसको लेकर सबसे चर्चित बयान जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने दिया। उन्होंने कहा था, ‘नीतीश कुमार की लीगेसी बहुत बड़ी है। किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं। पार्टी 100 साल तक मजबूती से चलेगी। शुभचिंतकों की इच्छा है कि अब निशांत राजनीति में आएं। जेडीयू में सक्रिय हों। अंतिम फैसला निशांत को लेना है कि वे औपचारिक रूप से पार्टी में कब कदम रखेंगे।’ मार्च-अप्रैल: बांकीपुर सीट पर उपचुनाव मार्च-अप्रैल 2026 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग द्वारा राज्य के विधानसभा चुनाव के साथ उस समय खाली दूसरे राज्यों की विधानसभा सीटों पर भी चुनाव कराए जाते हैं। बांकीपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए नितिन नवीन को बीजेपी में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया है, विधायकी भी छोड़ेंगे। चर्चा है कि उन्हें राज्यसभा भेजा जाएगा। ऐसे में बांकीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो सकता है। मार्च माह में बीजेपी को राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। अप्रैल: 5 सीटों के लिए होंगे राज्यसभा चुनाव विधानसभा चुनाव के नतीजे का असर बिहार के हिस्से की राज्यसभा सीटों पर भी पड़ेगा। अप्रैल 2026 में राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं। इसमें RLM के उपेंद्र कुशवाहा, RJD के प्रेमचंद गुप्ता और एडी सिंह, JDU के हरिवंश और रामनाथ ठाकुर के नाम हैं। इन पांचों सीटों पर एनडीए का कब्जा तय माना जा रहा है। राज्यसभा के 16 सदस्य बिहार से चुनकर भेजे जाते हैं। एक सीट जीतने के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। आरजेडी के विधायकों की संख्या घटने की वजह से खाली होने वाली 5 सीटों पर एनडीए का कब्जा संभव है। जून: विधान परिषद की 10 सीटों पर होंगे उपचुनाव बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत और महागठबंधन की करारी हार के बाद विधान परिषद का नजारा बदल जाएगा। सम्राट चौधरी, मंगल पांडेय, भगवान सिंह कुशवाहा और राधा चरण सेठ विधानसभा चुनाव जीते हैं। इसलिए इन सीटों पर उपचुनाव होंगे। उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं, उन्हें पंचायती राज विभाग का मंत्री बनाया गया है। उन्हें 6 माह के अंदर किसी सदन का सदस्य बनना पड़ेगा। जून में विधान परिषद की 10 सीटों ( NDA की 7, महागठबंधन की 3) पर चुनाव होंगे। इसके अलावा स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की 8 सीटें 2006 के अंत में खाली होंगी। नवंबर-दिसंबर: EVM से होंगे पंचायत चुनाव बिहार में नवंबर-दिसंबर 2026 में पंचायत चुनाव होने हैं। मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्यों के पदों पर आरक्षण में फेरबदल होगा। हर 10 साल पर आरक्षण का रोस्टर बदलने का नियम है। नई बात यह भी कि इस बार पंचायत चुनाव EVM से होंगे। बिहार में बड़ा धार्मिक कार्यक्रम, फरवरी से विराट रामायण मंदिर में शुरू होगी पूजा नए साल में बिहार में होने वाले बड़े धार्मिक कार्यक्रम की बात करें तो पूर्वी चंपारण स्थित केसरिया-चकिया में विराट रामायण मंदिर में पूजा शुरू होगी। तमिलनाडु के महाबलीपुरम में बनाए गए 33 फीट ऊंचे और 210 टन वजनी शिवलिंग को 96 पहियों वाले ट्रक से बिहार लाया जा रहा है। इसे जनवरी में स्थापित किया जाएगा। 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में पूजा-अर्चना और दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह दुनिया का सबसे ऊंचा 270 फीट का मंदिर होगा। इसके परिसर में 22 मंदिर होंगे। 2026 में 2 लाख से ज्यादा युवाओं को मिलेगी नौकरी 2026 में बिहार सरकार 2 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी देने की तैयारी में है। राज्य सरकार का लक्ष्य 5 साल में 1 करोड़ लोगों को नौकरी-रोजगार देना है। TRE-4 निकालेगी सरकार: फरवरी-मार्च में सीबीएससी और बिहार बोर्ड की परीक्षा होनी है। काफी मांग के बाद सरकार टीआरई-4 की वैकेंसी 2026 में लाएगी। स्पेशल टीचर की भर्ती होगी। इसी के साथ इसकी बहुत उम्मीद है कि सरकार लाइब्रेरियन सहित अन्य विभागों से जुड़ी वैकेंसी लाने वाली है। गृह और शिक्षा विभाग से काफी संख्या में युवाओं को नौकरी मिलने की संभावना है। कहां कितनी वैकेंसी जनवरी-फरवरी: पटना में होंगे LLC के मैच, सम्राट से मिले सहवाग 11 जनवरी 2026 से 5 फरवरी 2026 के बीच लीजेंड्स लीग क्रिकेट (LLC) का आयोजन होना है। इसके मैच पटना में भी होंगे। पटना के स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सितारों की चमक देखने को मिलेगी। प्रसिद्ध क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मुलाकात की है। इस टूर्नामेंट के मैच पटना के अलावा ग्वालियर, उदयपुर, कोयम्बटूर, अमृतसर-जालंधर क्षेत्र और कोच्चि में होंगे। लीग का एक अंतरराष्ट्रीय फेज शारजाह या दोहा में भी आयोजित होगा। खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौका- सक्षम और उड़ान का पोर्टल खुलेगा बिहार के खिलाड़ियों के लिए नए वर्ष में 1 जनवरी से ‘सक्षम’ और ‘उड़ान’ योजना का पोर्टल खुलेगा। इस योजना के अंतर्गत नेशनल लेवल के खिलाड़ियों को सालाना 5 लाख रुपए तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ियों को उड़ान योजना के तहत 20 लाख रुपए तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी। आवेदन की प्रक्रिया 1 जनवरी से 15 जनवरी 2026 तक चलेगी।