भास्कर न्यूज | लुधियाना केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बिजली कर्मचारी और पेंशनर्स संगठन 26 नवंबर को केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए चार नए लेबर कोड के विरोध में डिवीजन स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान मजदूर विरोधी लेबर कोड के नोटिफिकेशन और इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2025 की ड्राफ्ट कॉपियों को जलाया जाएगा। इसी संबंध में पीएसईबी एम्प्लॉइज जॉइंट फोरम, बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब, एसोसिएशन ऑफ जूनियर इंजीनियर्स, ग्रिड सबस्टेशन एम्प्लॉइज यूनियन, पावरकॉम एंड ट्रांसको पेंशनर्स यूनियन पंजाब, पेंशनर वेलफेयर फेडरेशन से जुड़े नेताओं की संयुक्त बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता रतन सिंह मजारी और गुरप्रीत सिंह ने की। नेताओं हरपाल सिंह और गुरवेल सिंह बलपुरिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने मजदूर हितों की रक्षा करने वाले 44 लेबर कानूनों को खत्म कर पूंजीपतियों के हित में चार लेबर कोड लागू किए हैं, जो मेहनतकश वर्ग के साथ विश्वासघात है। उन्होंने इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2025 को भी जनविरोधी बताते हुए कहा कि इससे बिजली क्षेत्र को कॉर्पोरेट घरानों के हाथों सौंपने की साजिश पूरी होगी। नेताओं ने पंजाब सरकार द्वारा पावरकॉम में गैर-जरूरी दखल और संपत्तियां बेचने की योजनाओं की भी आलोचना की। बैठक में कर्मचारियों व पेंशनरों से 26 नवंबर को बिजली दफ्तरों तथा संयुक्त किसान मोर्चा के चंडीगढ़ विरोध में शामिल होने की अपील की। संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए 29 नवंबर को लुधियाना में राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी।