मुंगेर के असरगंज प्रखंड के दुल्हर गांव में एक सेना से रिटायर जवान की वतन वापसी पर ग्रामीणों ने शानदार स्वागत किया। ब्रजकिशोर राय उर्फ लालटू राय ने 28 वर्षों तक देश की सेवा की। वे स्थानीय शिक्षक कैलाश यादव के पुत्र हैं। उनके स्वागत में पूरा गांव झूम उठा। ढोल-नगाड़े, फूल-मालाएं और मिठाइयों के साथ ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। कारगिल से चीन बॉर्डर तक निभाया फर्ज ब्रजकिशोर राय की सेना में भर्ती 30 जून 1997 को बेंगलुरु में हुई थी। वे कारगिल युद्ध (ऑपरेशन विजय) में शामिल रहे। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और चीन सीमा जैसे संवेदनशील इलाकों में भी उन्होंने लंबी सेवाएं दीं। 28 वर्षों की सैन्य सेवा के बाद वे 30 जून 2025 को सेवानिवृत्त हुए और सीधे अपने गांव पहुंचे। अब गांव की सेवा करूंगा: लालटू राय गांव में जैसे ही खबर फैली कि लालटू राय वतन लौट रहे हैं, ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई। लदौआ मोड़ पर ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ स्वागत हुआ। फूल-मालाएं पहनाई गईं, मिठाई बांटी गई। इसके बाद एक जुलूस की तरह लोग उन्हें लेकर सत्संग मंदिर पहुंचे। देश की सेवा पूरी निष्ठा से की। अब मौका मिला है अपने गांव और समाज की सेवा का। मैं विशेष रूप से गरीब और वंचित लोगों की मदद करना चाहता हूं। – ब्रजकिशोर राय, रिटायर जवान गणमान्य लोगों की उपस्थिति में हुआ समारोह स्वागत समारोह में पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल वैध, पंचायत समिति सदस्य नंदकिशोर यादव, भाजपा नेता चंद्रशेखर शर्मा, निरंजन राय, चक्रधर यादव, विनय राय, राजेश राय, श्याम राय और सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति रही। पूरे गांव में एक उत्सव जैसा माहौल रहा। स्थानीय लोग लालटू राय को गांव का गौरव और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा मान रहे हैं। एक ग्रामीण ने कहा, “जिसने कारगिल में देश की रक्षा की, उसका स्वागत करना हमारा फर्ज और सौभाग्य है।”