चुनाव आयोग द्वारा बिहार में चल रहे विशेष सघन पुनरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आयोग के अनुसार, 7 लाख 50 हजार से भी अधिक लोगों ने एक से ज्यादा जगहों पर पहले से अपनी वोटर ID बनवा रखी है। वहीं पुनरीक्षण के दौरान अब तक 52 लाख 30 हजार से भी अधिक लोग अपने पते पर नहीं पाए गए है, जिनका नाम वोटर ID से कट सकता है। 18 लाख से भी अधिक मृतकों के नाम पाए गए SIR परीक्षण के दौरान अब तक 52 लाख 30 हजार 126 मतदाता ऐसे पाए गए हैं जो अपने पते पर नहीं हैं। इनमें से 18 लाख 66 हजार 280 वोटर्स की मौत हो चुकी है। वहीं 26 लाख 01,031 स्थाई रूप से दूसरे जगह चले गए हैं और 7 लाख 50 हजार 742 लोग ऐसे पाए गए हैं, जो एक से अधिक स्थान पर नामांकित हैं। इसके अलावा 11,484 नाम ऐसे हैं जिनके बारे में अभी पुष्टि नहीं हो सकी है कि वो कहां हैं। इस तरह से 7 करोड़ 68 लाख 34 हजार 228 रजिस्टर्ड वोटर्स में से 6.62% मतदाता अपने पते पर नहीं हैं। 1 अगस्त से चलेगा विशेष अभियान, घर-घर होगी जांच इन समस्याओं के समाधान के लिए निर्वाचन आयोग ने 1 अगस्त 2025 से एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है, जो 1 सितंबर 2025 तक चलेगा। इस दौरान सभी मतदाताओं के रिकॉर्ड को घर-घर जाकर पुष्टि की जाएगी और किसी भी नागरिक को मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने, सुधार करने अथवा आपत्ति दर्ज करने का मौका मिलेगा। इसके लिए आयोग की वेबसाइट, संबंधित BLO या कार्यालयों में फॉर्म भरा जा सकता है। इस कार्य में राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त जिला अध्यक्षों, लगभग 1 लाख BLO, 4 लाख वालंटियर, और 1.5 लाख BLA को शामिल किया गया है। सभी जिलों में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर काम कर रही है। अब तक कुल 97.30 प्रतिशत मतदाताओं का हुआ सत्यापन 24 जून 2025 तक राज्य में 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाता दर्ज किए गए हैं। इनमें से 7 करोड़ 16 लाख 04 हजार 012 मतदाताओं द्वारा गणना फॉर्म जमा किए गए हैं, जो कि कुल का 90.67% है। डिजिटल रूप से यह संख्या 7 करोड़ 13 लाख 65 हजार 460 तक पहुंच गई है। वहीं अब तक 7 करोड़ 68 लाख 34 हजार 228 मतदाता सत्यापित पाए गए हैं, जो कुल मतदाताओं का 97.30% हैं। वहीं, 21 लाख 35 हजार 616 मतदाताओं का सत्यापन अभी बाकी है, जो कि कुल का 2.70% है। 25 जुलाई तक ही कर सकते हैं सत्यापन बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 2025 के तहत गणना प्रपत्र भरने की अंतिम तिथि 26 जुलाई तय की गई है। इसके पहले 25 जुलाई थी। इसी कड़ी में मंगलवार को पटना शहर में जागरूकता फैलाने के लिए मोबाइल रथों को रवाना किया गया, जो लोगों को गणना प्रपत्र की जानकारी देने के साथ-साथ फॉर्म भी उपलब्ध करा रहे हैं। निर्वाचन विभाग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे 26 जुलाई से पहले अपना गणना प्रपत्र जरूर भरें और किसी तरह की जानकारी या मदद के लिए 1950 हेल्पलाइन पर संपर्क करें।