वाराणसी में मूर्तिकार भइया लाल उर्फ पप्पू (65) की उनके भाई-भतीजों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। मौत के बाद घरवाले शव लेकर मैदागिन चौराहे पर बैठ गए। इंसाफ की मांग करने लगे। पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत कराया। 22 जुलाई की शाम मणिकर्णिका घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिवारवालों ने बताया- पप्पू मूर्तिकार थे। साल भर मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बनाते थे। दिवाली में घर के चबूतरे पर ही दुकान लगाते थे। बड़े भाई राजेश प्रजापति से उनका मकान में हिस्से को लेकर कोर्ट केस चल रहा था। 20 जुलाई को साइकिल गिरने के छोटे से विवाद में पप्पू को राजेश प्रजापति ने अपने बेटों नैतिक और किशन के साथ मिलकर बुरी तरह पीटा। इससे वो गंभीर घायल हो गए, फिर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। दैनिक भास्कर ने कोतवाली के नवापुरा इलाके में पप्पू के घर पहुंचकर पूरे विवाद को समझा। आखिर क्या वजह थी, जो राजेश और पप्पू के बीच अक्सर विवाद होता था? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… बहू ने कहा- 9 कमरों के बंटवारे का था विवाद
हमारी टीम नवापुरा स्थित पप्पू प्रजापति के घर पहुंची। घर के उसी चबूतरे पर, जहां विवाद हुआ था, महिलाएं बैठीं थीं। पप्पू का अंतिम संस्कार करने गए पुरुषों का इंतजार कर रही थीं। पप्पू की बहू राखी बताती हैं- 9 महीने पहले ही मेरी शादी अनिल प्रजापति से हुई थी। वह पप्पू का इकलौता बेटा है। मेरे ससुर पप्पू और राजेश प्रजापति के बीच में पिछले 4 साल से घर के बंटवारे को लेकर झगड़ा चल रहा था। राजेश ने घर के 9 कमरों में से 6 पर कब्जा कर रखा है। साथ ही हमारे पति के दादा की दुकान भी है। इसे लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। आए दिन झगड़ा होता था। हमारे ससुर कई बार चौकी भी गए, मगर कोई मदद नहीं मिली। हमारे दुश्मन तो परिवार के लोग ही हो गए। बहू के आरोप- अक्सर राजेश की पत्नी धमकी देती थी
राखी बताती हैं- हमने सुना था कि मेरी शादी के बाद बंटवारा होगा, पर नहीं हुआ। मेरे पति साड़ी की दुकान पर बैठते हैं। ससुर पप्पू पंखे के मैकेनिक के साथ ही साथ मूर्तिकार भी थे। अक्सर राजेश प्रजापति के घर की औरतें रागिनी और मनीषा बंटवारे को लेकर मारने-पीटने की धमकी देती थीं। लेकिन, ससुर मुझे चुप रहने को कह देते थे। हमारे पास ज्यादा कमरे नहीं थे। इसलिए मेरे ससुर मेरी शादी के बाद बरामदे में ही सोते थे। रविवार को बरामदे में रखी साइकिल गिरा दी गई। फिर झगड़ा करके मेरे ससुर को मार दिया गया, हमें इंसाफ चाहिए। छोटे भाई की पत्नी बोलीं- कमरों पर राजेश ने कब्जा कर रखा है
इसके बाद हमारी बात पप्पू प्रजापति के छोटे भाई दिलीप प्रजापति की पत्नी निशा से हुई। उन्हें मकान में 2 कमरे मिले हैं। कहती हैं- कोर्ट में घर के बंटवारे का विवाद चल रहा है। कोई फैसला नहीं हो रहा। नैतिक ने साइकिल गिरा दी। इस पर हमारे पति दिलीप आए तो उन्हें रागिनी, मनीषा, नैतिक और उसका भाई मारने लगे। मेरे पति को बचाने के लिए मेरे जेठ पप्पू पहुंचे तो उन्हें भी नैतिक और उसका भाई मारने लगे। उन्हें नीचे फेक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। निशा ने कहा- एक कमरा हमारी बहू को मिला है। राजेश के परिवार के लोग पानी-नाली को लेकर हमेशा लड़ाई करते थे। आए दिन पंचायत होती थी। हमारे घर में 9 कमरे हैं। लेकिन हमें सिर्फ 2 और जेठ पप्पू को बस एक कमरा मिला है। बाकी 6 कमरों को राजेश के परिवार ने अपने पास रखा है। यही झगड़े की जड़ है। अब 20 जुलाई की घटना समझिए, पुलिस एक्शन भी पढ़िए साइकिल गिरने से शुरू हुआ झगड़ा
नवापुरा मोहल्ला में रहने वाले पप्पू प्रजापति अपने बेटे अनिल और बहू के साथ रहते थे। इसी घर के एक हिस्से में उनका भाई राजेश अपने परिवार के साथ रहता है। उसके दो बेटे नैतिक और किशन हैं। पप्पू और राजेश के बीच संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। 20 जुलाई को राजेश के कमरे के बाहर दरवाजे पर दीवार से सटाकर अनिल ने साइकिल खड़ी कर दी। उसके बाद वहां से चला गया। राजेश का बेटा किशन घर से बाहर आया तो धक्का लगने से साइकिल गिर गई। साइकिल गिरने की आवाज सुनकर अनिल के चाचा दिलीप अपने कमरे से बाहर आए। उन्होंने किशन से पूछा- साइकिल कैसे गिरी? किशन ने धक्का लगने की वजह बताई। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। दिलीप ने अपने भतीजे किशन के एक थप्पड़ जड़ा और उसे कमरे के अंदर धक्का दे दिया। मां ने बेटे को पकड़ा तो चाचा सरिया उठा लाया
इसी बीच, किशन की मां भी घर से बाहर आ गई। वह किशन को कमरे के अंदर ले गई और उसे पकड़ लिया। तभी दिलीप दौड़कर घर के अंदर गया और लोहे की सरिया उठा लाया। शोर सुनकर किशन का भाई नैतिक भी बाहर आ गया। इसी बीच, दिलीप के बड़े भाई पप्पू भी बाहर आ गए। दोनों भाई मिलकर दिलीप को लात-घूसों से पीटने लगे। पप्पू ने बचाने की कोशिश की। वह दोनों भाइयों को हटाने लगे। इसी बीच नैतिक ने चाचा पप्पू को चबूतरे के नीचे सड़क पर पटक दिया। वह बेहोश होकर सड़क पर पड़े रहे। इसके बाद दोनों भाइयों ने दिलीप को जमीन पर गिरा दिया और जमकर पीटा। तभी पड़ोसी आ गए। किशन और नैतिक को दूर किया। पड़ोसियों ने पप्पू को उठाया और चबूतरे पर रखा। इसके बाद घरवाले उन्हें अस्पताल ले गए, जहां उनकी इलाज के दौरान 21 जुलाई को उनकी मौत हो गई। इसके बाद घटना का सीसीटीवी फुटेज तेजी से वायरल हुआ, जिसमें पूरी लड़ाई कैद है। यह कैमरा दिलीप ने ही लगवाया था। पुलिस मुकदमा दर्ज कर दो को किया गिरफ्तार
लड़ाई के बाद पप्पू की बहू राखी की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने राजेश प्रजापति, नैतिक, किशन, गोपाल, मनीषा, शारदा, रागिनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसीपी कोतवाली प्रज्ञा पाठक ने बताया कि दोनों भतीजों नैतिक और किशन को अरेस्ट कर लिया गया है। ————————-
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