जदयू ने बढ़ते अपराध को लेकर विपक्ष के आरोपों को खारिज किया। बिहार में सुशासन का दावा किया। नेताओं ने कहा- बिहार में अपराध की दर राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है। 16 राज्यों में बिहार से ज्यादा अपराध होते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद सोमवार को मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने 2022 की एनसीआरबी रिपोर्ट के हवाले कहा- बिहार में अपराध की दर 277.1 (प्रति लाख जनसंख्या) रही। राष्ट्रीय औसत 422.2 रहा। केरल, तमिलनाडु, दिल्ली, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत 16 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में अपराध दर बिहार से अधिक है। अगर शराबबंदी के मामलों को अलग कर दें, तो बिहार में अपराध में वृद्धि मात्र 1.8% (प्रति एक लाख जनसंख्या) रही। यह राष्ट्रीय औसत व राज्यों से बहुत बेहतर है। ऑन ड्यूटी घायल होने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या सबसे ज्यादा केरल (265) व आेडिशा (202) में रही। कोष्ठक में घायलों की संख्या है। बिहार में यह संख्या सिर्फ 8 रही। उग्र भीड़ के हमले में सबसे ज्यादा 139 पुलिस वाले केरल में घायल हुए। बिहार में यह संख्या सिर्फ 56 रही। प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश प्रवक्ता हिमराज राम, मनीष यादव व मीडिया पैनलिस्ट किशोर कुणाल भी मौजूद थे।