टीचर की दो बच्चियों के हत्यारों को फांसी की सजा:हाथरस में सोते वक्त गला रेता था; दुबई से भतीजे ने दी थी हत्या की सुपारी

हाथरस कोर्ट ने 2 बच्चियों की सोते समय गला रेतकर हत्या करने के 2 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने 61-61 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। इसमें से आधी रकम बच्चियों के मां-बाप को दी जाएगी। यह फैसला विशेष न्यायाधीश (एससी एसटी एक्ट) रामप्रताप सिंह ने सुनाया। दोनों दोषी विकास और लालू पाल ने 7 साल की विधि और 13 साल की सृष्टि की हत्या करने के बाद टीचर और उनकी पत्नी पर भी हमला कर घायल कर दिया था। दुबई में रह रहे टीचर के सगे भतीजे ने 2 लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी थी। कोर्ट ने सिर्फ 4 महीने 6 दिन बाद अपना फैसला सुनाया। इस दौरान 29 मार्च को दोनों दोनों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट लगाई गई थी। इस मामले में कुल 12 गवाहों ने गवाही दी। कोर्ट ने विकास और लालू पाल को 26 मई को ही दोषी मान लिया था। आज यानी 28 मई को कोर्ट में सजा पर सुनवाई हुई। सिर्फ 10 मिनट के अंदर कोर्ट ने दोषियों को मौत की सजा सुना दी। मां बोली- मेरे पति के भतीजे ने दुबई में बैठकर साजिश रची मृत बच्चियों सृष्टि और विधि की मां वीरांगना सिंह ने कहा- आज कोर्ट ने मेरी दोनों बेटियों के हत्यारे को फांसी की सजा सुनाई है। मैं कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करती हूं। इस पूरे हत्याकांड की साजिश मेरे पति के भतीजे सोनेलाल ने दुबई में बैठकर रची थी। वह अभी भी दुबई में है। पुलिस अब तक उसे भारत नहीं ला पाई है। मैं मांग करती हूं कि उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर भारत लाया जाए। वीरांगना सिंह ने यह भी कहा कि अभी भी मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है। मुझे और मेरे परिवार को सुरक्षा दी जाए। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि बच्चियों का दर्द मैं ताउम्र नहीं भूल सकती। मेरे पति बीमार हैं और बिस्तर पर हैं। दुबई से भेजे थे 20 हजार रुपए आरोपी विकास और लालू पाल फतेहपुर जिले के थाना जहानाबाद क्षेत्र के किशनपुर कापिल के रहने वाले हैं। विकास पेशे से ट्रक चालक है। वह अक्सर टीचर छोटेलाल के घर आता-जाता था। मास्टरमाइंड सोनेलाल करीब ढाई साल पहले दुबई में नौकरी के लिए गया था। वहीं से वह वॉट्सऐप कॉल के जरिए विकास से संपर्क में था। मर्डर के लिए एडवांस के तौर पर 20 हजार रुपए भी भेजे थे। पुलिस 4 महीने बाद भी सोनेलाल को दुबई से भारत नहीं ला पाई है। एएसपी अशोक कुमार ने बताया आरोपी सोनेलाल को भारत लाने की प्रक्रिया जारी है। संबंधित विभागों से पत्राचार किया जा चुका है। अब जानिए कोर्ट ने अपने फैसले में क्या कहा कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अभियुक्तों ने रिश्तों और विश्वास की हत्या की है। सिर्फ कुछ रुपए के लालच में अबोध बच्चियों की बर्बर तरीके से हत्या की। अभियुक्तों ने पिता छोटेलाल और मां वीरांगना की गर्दन पर भी गंभीर वार कर उनकी जान लेने की कोशिश की। दोनों अभियुक्त कम उम्र के होने के बावजूद पैसे के लालच में फतेहपुर से आकर हाथरस में यह जघन्य कृत्य कर बैठे। अभियुक्तों ने ऐसा कोई तर्क पेश नहीं किया, जिससे विश्वास किया जा सके कि वे भविष्य में फिर से पैसों के लालच में इस प्रकार की संगीन घटना को अंजाम नहीं देंगे। कोर्ट ने यह भी साफ किया कि अभियुक्तों की कम उम्र उनके लिए सजा में रियायत का आधार नहीं बन सकती। यह अपराध रेयरेस्ट ऑफ रेयर की कैटेगरी में आता है। अदालत ने यह भी साफ किया कि दोनों अभियुक्तों को गर्दन में फांसी लगाकर तब तक फंदे पर लटकाया जाए, जब तक कि उनकी मौत न हो जाए। दोनों दोषियों को कोर्ट ले जाते पुलिसकर्मी अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी कर रहे एडीजीसी दिनेश यादव ने बताया- 22 जनवरी की रात टीचर छोटेलाल गौतम की दो बेटियों सृष्टि और विधि की निर्मम हत्या कर दी गई थी। छोटेलाल सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित आशीर्वाद धाम कॉलोनी में रहते हैं। बच्चियों के माता-पिता पर भी जानलेवा हमला किया गया था। इस जघन्य हत्याकांड में आज विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी एक्ट) रामप्रताप सिंह ने दोनों अभियुक्तों को दोषी करार देते हुए मृत्युदंड की सजा सुनाई है। अभियोजन पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता यज्ञ दत्त गौतम ने भी पैरवी की। अब जानिए पूरा मामला… सोते वक्त बच्चियों को रेता था गला
22 जनवरी की रात 9 बजे टीचर छोटेलाल का चचेरा भतीजा विकास अपने साथी लालू पाल के साथ आशीर्वाद धाम कॉलोनी स्थित टीचर छोटेलाल के घर पहुंचा। खाना खाने के बाद सभी लोग सो गए। रात करीब डेढ़ बजे विकास और लालू पाल ने चाकू से दोनों बेटियों- सृष्टि और विधि की हत्या कर दी। इसके बाद दोनों टीचर के रूम में पहुंचे। टीचर छोटेलाल और उनकी पत्नी वीरांगना सिंह पर भी हमला कर दिया। इसमें पति-पत्नी घायल हो गए। लेकिन वीरांगना सिंह डरी नहीं। वह दोनों से भिड़ गईं और शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे। यह देखकर विकास और लालू पाल भाग गए थे। हमले के बाद टीचर पति-पत्नी को अलीगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डेढ़ साल से पैरालिसिस की वजह से बेड पर हैं छोटेलाल
पिछले डेढ़ साल से बीमार चल रहे टीचर छोटेलाल पैरालिसिस की स्थिति में हैं। मूलरूप से उनका संबंध फतेहपुर जिले से है। करीब 20 साल पहले उनकी नियुक्ति हाथरस के नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज, मीतई में हुई थी। इसके बाद उन्होंने आशीर्वाद धाम कॉलोनी में घर बना लिया था। फिर पत्नी और 2 बेटियों के साथ वहीं रहने लगे थे। पारिवारिक संपत्ति हड़पने की नीयत से छोटेलाल के भतीजे सोनेलाल ने पूरी साजिश रचते हुए विकास और लालूराम से हत्या करवाई थी। योजना यह थी कि छोटेलाल, उनकी पत्नी और दोनों बेटियों की मौत के बाद गांव और हाथरस स्थित संपत्ति पर वह कब्जा कर लेगा। इसके लिए सोनेलाल ने दो लाख रुपए की सुपारी दी थी। बताया जा रहा है कि उसने यह पूरी साजिश दुबई में रहते हुए ही रची थी। फिलहाल पुलिस अभी तक उसे दुबई से भारत नहीं ला सकी है। SP ने आरोपियों की तलाश में 3 टीमें लगाई थीं
दो बेटियों के मर्डर के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने परिजनों और आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों पूछताछ की थी। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए थे। DIG ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लिए 3 टीमें लगाई थीं। 30 घंटे के अंदर आरोपी गिरफ्तार किए गए थे
इसके बाद पुलिस विकास और लालू पाल की लोकेशन ट्रेस करने लगी थी। पापरी रोड पर पुलिस ने घेराबंदी कर वारदात के 30 घंटे के अंदर दोनों को गिरफ्तार लिया था। पुलिस ने उनके पास से हत्याकांड में इस्तेमाल चाकू के अलावा दो तमंचे, कारतूस और खून से सने कपड़े भी बरामद किए थे। टीचर के सगे भतीजे ने दी थी सुपारी
छोटेलाल के चचेरे भतीजे विकास ने पुलिस को बताया था कि इस घटना का मास्टरमाइंड फतेहपुर में रहने वाला सोनेलाल है। वह टीचर छोटेलाल गौतम के सगे भाई बाबूलाल का बेटा है। छोटेलाल गौतम को कोई बेटा नहीं था। इसीलिए सोनेलाल, छोटेलाल से पैतृक जमीन हड़पना चाहता था। इसलिए उसने पूरे परिवार को मारने की सुपारी दी थी। ———————— ये खबर भी पढ़ें- मधुमक्खियों के हमले में 54 दरोगा घायल, 4 गंभीर, मिर्जापुर में दौड़ा-दौड़ाकर काटा, ग्रामीणों ने आग जलाकर जान बचाई मिर्जापुर में मधुमक्खियों ने 54 ट्रेनी दरोगा को दौड़ा-दौड़ाकर काटा। गांव के लोगों ने आग और कंबल से मधुमक्खियों को भगाया। इसके बाद सभी घायलों को मड़िहान सीएचसी पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद सभी को जिला अस्पताल भेजा गया। सभी ट्रेनी दरोगा घायल हैं, 4 की हालत गंभीर है। पढ़ें पूरी खबर

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