बगहा में रिश्वत मांगने और गलत भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी करने का बड़ा खुलासा हुआ है। अंचलाधिकारी (सीओ) नम्रता श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगा हैं। इनकी जांच करने पर अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने आरोपों को सही पाया है। अब जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम से कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। सीओ पर 4 हजार की रिश्वत मांगने के आरोप मुकेश कुमार कुशवाहा ने 27 जनवरी 2025 को खाता संख्या 351 और खेसरा संख्या 294 की भूमि के प्रमाणीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। सीओ ने इस जमीन को ‘बकाश्त खेसरा’ बताकर आवेदन अस्वीकार कर दिया। यह जमीन 1989 में रजिस्टर्ड थी और 2018 तक इसकी मालगुजारी रसीद नियमित रूप से कटती रही थी। सीओ ने प्रमाणीकरण के लिए 15 हजार रुपये और भूमि स्वामी प्रमाण पत्र के लिए 4 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। पैसे नहीं देने पर उनका आवेदन खारिज कर दिया गया। – मुकेश कुमार कुशवाहा, शिकायतकर्ता जांच में आरोपों को सही पाया शिकायतकर्ता ने अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी से इसकी शिकायत की। जांच में पता चला कि इसी जमीन पर दो अन्य लोगों को एलपीसी जारी किया गया था। यह सीओ के मनमाने और पक्षपातपूर्ण रवैये को दर्शाता है। डीएम से कार्रवाई की अनुशंसा लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सीओ नम्रता श्रीवास्तव, प्रभारी सीओ विकास कुमार और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच, अनुशासनात्मक कार्रवाई और पुनः प्रशिक्षण की सिफारिश जिला पदाधिकारी को भेजी है।