हरियाणा के अंबाला में आज जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा का आयोजन पंचायत भवन में किया गया था। जिसकी अध्यक्षता लोकसभा सांसद वरुण चौधरी ने की। इस बैठक में सह अध्यक्ष के तौर पर राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा भी मौजूद थे। बैठक में अधिकारियों ने न पहुंचने पर सांसद काफी नाराज हुए। इसके साथ ही उनको शोकॉज नोटिस देने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दरअसल, अंबाला में सोमवार को दिशा की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। सांसदों ने जनकल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि योजनाओं का उद्देश्य आम जनता का जीवन स्तर उठाना है और इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधूरी जानकारी देने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई उन्होंने इस बैठक में गैरमौजूद रहें अधिकारियों को इसके साथ ही उन्होंने जिन अधिकारियों ने अपने विभाग से संबधित आधी अधूरी जानकारी और अधूरे आकड़े प्रस्तुत किए। जिसे लेकर उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने अमृत 2.0 परियोजना के तहत पानी और सीवरेज लाईन से संबधित प्रोजेक्ट के कार्य की विजिलेंस जांच करवाने के भी निर्देश दिए। इसके साथ-साथ समिति ने नगर निगम के तहत खरीदी गई 28 हजार स्ट्रीट लाइटों के संबंध में जांच करने के निर्देश दिए। विभिन्न योजनाओं की ली जानकारी बैठक में सांसदों ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, अमृत योजना, जल जीवन मिशन, पीएम आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय सेहत मिशन, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, प्री मैट्रिक छात्रवृति, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन शहरी व ग्रामीण, दीनदयाल अंत्योदय योजना, सांसद आदर्श ग्राम योजना, श्यामा प्रसाद मुखर्जी अर्बन मिशन, समग्र शिक्षा, बाल सरंक्षण एवं सुरक्षा योजना, संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, आयुष्मान भारत डिजीटल योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के साथ-साथ एजेंडे में रखे बिन्दुओं बारे विस्तार से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। झूठी जानकारी देने पर अधिकारी को फटकारा दिशा की बैठक में किसी अधिकारी ने राज्यसभा सांसद को झूठी जानकारी दे दी। जिसके बाद वह बिफर गए। उन्होंने किसी अधिकारी को फोन कर झूठ बोलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि अगर मैं अड़ गया न तो ज्यादा अच्छा नहीं होगा। उन्होंने किस अधिकारी को फोन पर यह बात कही, अभी इस की जानकारी नहीं मिली है। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बैठक में यह रहे मौजूद बैठक में मेयर शैलजा सचदेवा, नगर निगम आयुक्त विरेंदर लाठर, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ ब्रहजीत सिंह, एसडीएम अम्बाला शहर दर्शन कुमार, एसडीएम बराड़ा शाश्वत सांगवान, एसडीएम नारायणगढ़ शिवाजीत भारती, जिला एसीयूटी राहुल कनवारिया, परिषद सीईओ गगनदीप सिंह, डीएमसी दीपक सूरा, डीएसपी रजत गुलिया आदि मौजूद थे।