रोहतक के खजाना कार्यालय में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां पेंशन इंचार्ज ने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी रिकॉर्ड तैयार कर 28 लाख 61 हजार 840 रुपए का गबन किया। आर्य नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। धोखाधड़ी का शिकार हुए संजय ने बताया कि खजाना कार्यालय में सुधीर कुमार फरवरी 2024 में पेंशन इंचार्ज के तौर पर कार्यरत था, जो अब गुल्ला चिक्का में उप खजाना कार्यालय में कार्यरत है। सुधीर कुमार ने रचना देवी व राजेश के साथ मिलकर फर्जी रिकॉर्ड तैयार करवाकर दो वाउचरों के माध्यम से साढे 28 लाख रुपए का गबन किया है। रचना देवी व राजेश के खातों में ट्रांसफर हुए रुपए
संजय ने बताया कि सुधीर कुमार ने फर्जी रिकॉर्ड तैयार करके कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में गलत जानकारी डाली। साथ ही रचना देवी के खाते में 14 लाख 30 हजार 920 रुपए और राजेश के खाते में 14 लाख 30 हजार 920 रुपए ट्रांसफर किए गए। जब इस बात का पता चला तो महालेखाकार हरियाणा से मिली ईमेल के आधार पर दोनों राशियों के भुगतान की जांच की गई, जिसमें मामले का खुलासा हुआ। सहायक खजाना अधिकारी सांपला ने की जांच
संजय ने बताया कि मामले में 1 अप्रैल को सहायक खजाना अधिकारी सांपला अनूप सिंह की अध्यक्षता में जांच की गई, जिसमें धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। गलत जानकारी देकर रुपए निकाले गए और खजाना कार्यालय के रिकॉर्ड को भी खुर्द बुर्द करने का प्रयास किया गया। जांच में पता चला कि रचना देवी के खाते में सुधीर का नाम व मोबाइल नंबर भी दर्ज था। पुलिस मामले में कर रही जांच
आर्य नगर थाना के जांच अधिकारी एसआई बिजेंद्र सिंह ने बताया कि खजाना कार्यालय में फर्जी रिकॉर्ड तैयार की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है। जल्द ही आरोपी सुधीर कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी। साथ ही अन्य आरोपियों को भी जल्द पकड़कर पूछताछ करेंगे।