हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बुधवार को अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में आना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो आना चाहते हैं वे आएं, लेकिन पद 2 साल काम करने के बाद ही मिलेगा। अपने फेसबुक अकाउंट पर बड़ौली ने लिखा – कांग्रेस के कई विधायक हैं, जो भाजपा में आने के इच्छुक हैं। मैं पहले भी कह चुका हूं कि जो लोग पार्टी में आना चाहते हैं वे बेशक आएं, मगर दो साल तक लाभ के पद की इच्छा न रखें। पहले पार्टी के लिए काम करें, फिर पार्टी देखेगी। हालांकि, पोस्ट करने के कुछ ही मिनटों बाद बड़ौली ने इसे एडिट कर दिया। उन्होंने उसमें से कांग्रेस के विधायकों वाली बात हटा दी। नई पोस्ट में उन्होंने लिखा – मैं पहले भी कह चुका हूं कि जो लोग पार्टी में आना चाहते हैं वे बेशक आएं, मगर दो साल तक लाभ के पद की इच्छा न रखें। पहले पार्टी के लिए काम करें, फिर पार्टी देखेगी। कानूनी जानकार ने बताए बड़ौली के बयान के पहलू… एक महीने पहले नई जॉइनिंग के संकेत दे चुके
करीब एक महीने पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने संकेत दिए थे कि अब हरियाणा भाजपा में नई जॉइनिंग के रास्ते खुल गए हैं। उन्होंने कहा था- हमारे यहां राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर संगठन के चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए नई जॉइनिंग पर रोक लगी हुई थी, लेकिन अब कुछ काम की दृष्टि से नई जॉइनिंग के रास्ते खोले हैं। बड़ौली ने कहा था- जो लोग BJP में आने की सोच रहे हैं, उन्हें हमने स्पष्ट किया है कि 2 साल तक उन्हें पार्टी का काम करना होगा। किसी भी लाभ के पद की इच्छा न रखें। पहले वह पार्टी के लिए कुछ काम करें, उसके बाद उनके बारे में कुछ सोचा जाएगा। बागियों पर अभी फैसला नहीं
दरअसल, हरियाणा लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने और अन्य कारणों से कई BJP नेताओं ने बागी तेवर अपना लिए थे। इसके साथ ही उन नेताओं ने चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी काम भी किए थे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उस समय पार्टी ने नई जॉइनिंग और बागियों की वापसी पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया था। यह भी कहा गया था कि अब बागियों की वापसी पार्टी में नहीं होगी। हालांकि, अब बीजेपी की ओर से नई जॉइनिंग के रास्ते तो खुल गए हैं, लेकिन बागियों को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है। इन 8 नेताओं ने की थी चुनाव में बगावत
हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच BJP ने 8 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। ये सभी बगावत कर पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़े थे। हरियाणा BJP की ओर से जिन 8 बागियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, उनमें नायब सैनी के ऊर्जा मंत्री रहे रणजीत सिंह चौटाला, गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़े देवेंद्र कादियान, लाडवा से संदीप गर्ग, असंध से जिलेराम शर्मा, सफीदों से बच्चन सिंह आर्य, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से केहर सिंह रावत का नाम शामिल था। इन सभी को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला गया है।