मुरादाबाद में प्रेमी-प्रेमिका ने चलती ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मरने से पहले दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ा, फिर गले लगकर खूब रोए। इसके बाद वे मालगाड़ी के सामने जाकर खड़े हो गए। गांव वाले उन्हें रोकने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी। ट्रेन का लोको पायलट भी लगातार उन्हें हटने के लिए कहता रहा, हॉर्न बजाता रहा। मगर दोनों नहीं हटे। ट्रेन दोनों के ऊपर से गुजर गई। उनके शरीर के चीथड़े उड़ गए। पुलिस को मौके से पांच टुकड़ों में शव मिले हैं। घटना बुधवार देर रात 1 बजे मुरादाबाद-चंदौसी रेलवे लाइन के पास हुई। प्रेमी 20 साल था, जबकि प्रेमिका की 16 साल थी। 2 तस्वीरें देखिए जानिए पूरा मामला प्रेमी सुशांत और प्रेमिका आशी थाना बिलारी के सैफपुर जगन गांव के रहने वाले थे। सुशांत मुरादाबाद में अपने बड़े भाई के पास रहकर एक फैक्ट्री में नौकरी करता था। कुछ दिन पहले ही वह गांव आया था। प्रेमिका ने इसी साल 12वीं की परीक्षा पास की थी।। जानकारी के मुताबिक, दोनों देर रात घर से निकले और करीब रात 1 बजे मुरादाबाद-चंदौसी रेलवे लाइन के पास पहुंचे। वहां दोनों रेलवे ट्रैक पर जाकर खड़े हो गए। उसी वक्त वहां से एक राहगीर गुजर रहा था। उसने बताया कि मैंने चिल्लाकर उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी। ट्रेन का लोको पायलट भी लगातार हॉर्न बजाकर उन्हें हटने के लिए चेताता रहा, लेकिन दोनों ट्रेन के आगे से नहीं हटे और कट गए। प्रेमिका का भाई बोला- मैं कोई कार्रवाई नहीं चाहता आशी के भाई अभिषेक ने कहा- छोटी बहन रात में परिवार के साथ घर में सोई थी। सुबह 4 बजे गांव के राशन डीलर ने फोन कर बताया कि बहन की लाश रेलवे ट्रैक पर पड़ी है। मैं इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहता हूं। प्रेमी का भाई बोला – यह सुसाइड नहीं, हत्या है सुशांत के भाई नवनीत ने आरोप लगाया- भाई ने आत्महत्या नहीं की, उसकी हत्या की गई है। हमारे साले विजेंद्र का परिवार से काफी समय से विवाद चल रहा है। उसने हमारे परिवार पर कई मुकदमे भी दर्ज करवा रखे हैं। भाई का लड़की से कोई प्रेम प्रसंग नहीं था। यह सिर्फ एक इत्तफाक है कि लड़की भी उसी समय वहां पहुंची और जान दे दी। मैं अपने साले विजेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराऊंगा। मुरादाबाद पुलिस का कहना है- दोनों की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। परिवार वालों से पूछताछ की जा रही हैं। प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है। ————————- ये खबर भी पढ़िए- योगी तक पहुंचा कानपुर DM-CMO का विवाद:बड़ा एक्शन हो सकता है; अखिलेश ने क्यों कहा- ये सीएम बनाम डिप्टी सीएम का झगड़ा कानपुर डीएम और सीएमओ के बीच चल रहा विवाद सीएम योगी तक पहुंच गया है। दोनों अधिकारियों की फाइलें CMO ऑफिस तलब हुई हैं। चर्चा है जल्द ही अधिकारियों के ट्रांसफर हो सकते हैं। ब्यूरोक्रेसी की इस लड़ाई में BJP और सपा के दिग्गज भी आमने-सामने आ चुके हैं। इनमें विधानसभा अध्यक्ष, BJP के 3 विधायक और 1 MLC शामिल हैं। वहीं, सपा से अखिलेश यादव और 2 विधायक इस पूरे मामले को CM वर्सेस डिप्टी सीएम बना रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर