पंजाब में अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक जीवनजोत कौर ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में मजीठिया की पत्नी गनीव कौर के एक बयान पर प्रतिक्रिया दी है। जीवनजोत कौर 2022 विधानसभा चुनाव में बिक्रम मजीठिया को हरा अमृतसर ईस्ट से विधायक बनी है। दरअसल, बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी गनीव कौर ने कहा था कि “हमारे बच्चों ने कुछ नहीं खाया, उन्हें सुबह जल्दी उठना पड़ा, इस घटना का बच्चों पर बुरा असर पड़ा है।” जीवनजोत कौर ने पलटवार करते हुए लिखा और वीडियो जारी किया। मजीठिया दंपत्ति से सवाल पूछते हुए विधायक ने कहा- “जब अपने बच्चे को थोड़ी भी तकलीफ होती है, तो मां को कितना दुख होता है, ये सब समझ आता है। लेकिन जब बिक्रम मजीठिया की वजह से लाखों पंजाबी मांओं के बेटे नशे की लत में बर्बाद हो गए, तब क्या आपको दर्द नहीं हुआ? तब क्या बच्चों की हालत की चिंता नहीं हुई? आज जब अपने बच्चों की बात आई तो दर्द हो रहा है, लेकिन जब पूरे पंजाब के बच्चे नशे की आग में झोंक दिए गए थे, तब कहां था यह ममत्व?” मजीठिया पर नशा तस्करों से लिंक का किया दावा विधायक जीवनजोत कौर ने अपनी वीडियो में बिक्रम मजीठिया के लिंक नशा तस्करों से होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिक्रम मजीठिया के जब नशा तस्करों से संबंध थे, तब क्या उन्हें बुरा नहीं लगा। जब लोगों के बच्चों के वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डालते हो, क्या तब बुरा नहीं लगता है। जब अपनों की बात आती है तो बुरा लगता है। लेकिन तब उन माताओं का भी सोचना चाहिए था, जिनके बच्चों को नशा लगा दिया। मजीठिया के खिलाफ दर्ज FIR में क्या…. करोड़ों का संदिग्ध वित्तीय लेनदेन 2021 में पंजाब पुलिस के स्टेट साइबर क्राइम ने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। जांच में 540 करोड़ रुपए से ज्यादा के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन सामने आए। FIR में मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौर द्वारा अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के पर्याप्त सबूत बताए गए हैं। मंत्री बनने के बाद संपत्ति बढ़ी 2007 में जब मजीठिया विधायक बने और बाद में पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री बने, उसी दौरान उनके और उनकी पत्नी के नाम पर संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज हुई। पुलिस के अनुसार यह संपत्ति अज्ञात और गैरकानूनी स्रोतों से अर्जित की गई। FIR में यह भी कहा गया है कि एकत्र की गई सामग्री से यह साबित होता है कि ये संपत्तियां अवैध गतिविधियों से अर्जित की गई हैं और ये “अवैध संवर्धन” की श्रेणी में आती हैं। बिक्रम सिंह मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौर के नाम पर अचल/चल संपत्ति में बढ़ोतरी हुई, जिसके लिए आय का कोई वैध स्रोत नहीं बताया गया है। 540 करोड़ के लेन-देन का ऐसे खुलासा हुआ