पटना के दानापुर के युवक को नौकरी का लालच देकर म्यांमार में बंधक बना लिया गया है। पीड़ित का नाम सचिन कुमार है। वो सगुना मोड़ स्थित प्रगति नगर के पूर्व सैनिक के बेटे हैं। पुलिस ने इस मामले में सीतामढ़ी के एक युवक को भी गिरफ्तार किया है, जिसकी जानकारी सोमवार को दी है। बताया गया कि झांसा देकर नेपाल के एजेंट धर्मेंद्र कुमार ने बैंकॉक में नौकरी दिलाने के नाम पर सचिन से डेढ़ लाख रुपए लिए। 15 जनवरी को सचिन कोलकाता के रास्ते बैंकॉक पहुंचा। तीन माह बैंकॉक में किया था काम वहां एक रात रुकने के बाद धर्मेंद्र और चीनी एजेंट माइकल ने उसे साईं ग्रुप ऑफ कंपनी में म्यांमार में नौकरी का प्रस्ताव दिया। तीन महीने तक सचिन ने वहां काम किया। चीनी कंपनी ने बंधक बने सचिन को छोड़ने के लिए 3 हजार डॉलर मांगे 1 अप्रैल से 11 अप्रैल तक सचिन का परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पाया। बाद में उसका फोन आया और उसने बताया कि उसे डार्क रूम में रखा गया है। कंपनी में उसके साथ मारपीट और प्रताड़ना की जा रही है। चीनी कंपनी ने टेलीग्राम के जरिए सचिन को छोड़ने के लिए तीन हजार डॉलर की मांग की है। पीड़ित की मां मीना देवी ने नेपाल के एजेंट धर्मेंद्र कुमार, सीतामढ़ी के सुनील कुमार और उनकी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। सचिन की मां और पत्नी रोमा कुमारी उसकी वापसी का इंतजार कर रही हैं। सचिन के भाई साहिल सिंह ने बताया कि, ‘मुझे लगा कि मैं इसको रुपए भेज देता हूं। तो वह मेरे भाई को छोड़ देगा। यही सोच कर मैंने एजेंट धर्मेंद्र को संपर्क किया। धर्मेंद्र ने कहा कि मुझे तीन लाख रुपए दो, मैं तुम्हारे भाई को यहां से मुक्त कर घर भिजवा दूंगा। उसने सीतामढ़ी के सुनील का अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर दिया। एक लाख 50 हजार अकाउंट से किए ट्रांसफर ‘धर्मेंद्र के कहे अनुसार मैंने सीतामढ़ी के रहने वाले सुनील कुमार के अकाउंट में गूगल पे से 18 अप्रैल को अपने अकाउंट से एक लाख और 19 अप्रैल को मां के अकाउंट 50 हजार रुपए भेज दिए। रुपए भेजने के बाद 19 अप्रैल को जब कॉल किया तो किसी ने कॉल का रिस्पॉन्स नहीं किया’। 15 जून से फिर सचिन से कॉन्टैक्ट हुआ खत्म आगे भाई ने कहा, ‘लगातार धर्मेंद्र और सुनील से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी ने रिस्पॉन्स नहीं दिया। रुपए भेजने के कुछ दिन बाद मेरे भाई से परिवार वाले और मेरी बात होने लगी। 15 जून से मेरे भाई से बात होना बंद हो गया। बात नहीं होने के कारण पूरा परिवार चिंतित हो गया। एनजीओ ने हेल्प करने से मना कर दिया ‘हमलोगों ने डरे सहमे म्यांमार एम्बेसी से संपर्क किया। उन लोगों ने एक एनजीओ का नंबर दिया। एनजीओ के सदस्य ने कहा कि जहां आपका भाई है, वहां हम लोग कोई कार्रवाई नहीं कर सकते है। वह इलाका बहुत बड़ा स्कैम सेंटर है। यदि आपका भाई मयूरी नामक जगह पर आकर संपर्क करता है तो हम लोग कुछ कर पाएंगे। मेरा भाई शादी शुदा है। उसकी 6 साल की मासूम बच्ची है, जो अपने पापा को हर रोज खोजती रहती है। उसकी पत्नी की हालत बहुत नाजुक है। मैं भारत सरकार से आग्रह पूर्वक निवेदन करता हूं कि मामले को संज्ञान में लेकर मेरे भाई को बंधन मुक्त करवाने की कृपा करें। आगे बताया कि दानापुर थाना में आवेदन देने के बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने सुनील को गिरफ्तार किया है। मां ने पीएम से लगाई गुहार पीड़ित सचिन की मां ने नम आंखों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बेटे को बंधन मुक्त करवाने की आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अब देश के प्रधानमंत्री से ही आशा है वे हमारे बेटे को म्यांमार से स्कैम फ्रॉड के चंगुल से बाहर निकाल उसे घर वापिस लेकर आ सकते है। दानापुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने बताया कि मामले में सीतामढ़ी नामजद सुनील को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ कर रही है।