सहरसा में साढ़े सात माह की गर्भवती महिला की गर्भपात के दौरान मौत हो गई। मृतका के परिजन ने ससुराल पक्ष पर मां-बच्चे की हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मृतका के पति सरोज का अपनी भाभी के साथ अवैध संबंध था। वो दहेज के लिए भी महिला को प्रताड़ित कर रहे थे। वहीं जब जेंडर टेस्ट कराने पर लड़की होने की बात पता चली तो उनलोगों ने उसका गर्भपात करवा दिया। इसके बाद एक्सेस बिल्डिंग होने के कारण महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान महिषी थाना क्षेत्र के सिरवार गांव निवासी सरोज कुमार की पत्नी प्रीति कुमारी(28) के रूप में हुई है। पत्नी के सलाह पर करवाई गर्भपात मृतका के पति सरोज कुमार ने बताया कि प्रीति को दो दिनों से पेट में दर्द की शिकायत थी। इसके बाद उसे डॉक्टर से दिखाया था। प्रीति को प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने में भी इसी तरह पेट में दर्द की शिकायत हुई थी। पति का कहना है कि प्रीति ने ही गर्भपात करने की सलाह दी थी। इसके बाद सौर बाजार के नर्सिंग होम में उसका गर्भपात कराया गया। इसके बाद उसका अधिक रक्तस्राव होने लगा। उसे वक्त मैंने भी अपना ब्लड डोनेट कर प्रीति की जान बचाने की कोशिश की। लेकिन डॉक्टर बोले कि उसे और ब्लड चढ़ाना पड़ेगा, वो अभी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में उन्होंने सहरसा रेफर कर दिया। सहरसा आते ही रास्ते में उसकी मौत हो गई। वही भाभी से नाजायज संबंध को लेकर पत्नी की हत्या बात को लेकर उन्होंने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया है। जेंडर टेस्ट करवाने के बाद करवाया गर्भपात मृतका की भाभी सीता देवी ने बताया कि 7 साल पहले प्रीति की सरोज से शादी हुई थी। उनका 4 साल का बेटा और 2 साल की एक बेटी है। मंगलवार की शाम प्रीति की मौत की जानकारी परिवार वालों को मिली। प्रीति साढ़े सात महीने की गर्भवती थी। उनका कहना है कि भ्रूण में लड़की होने की जानकारी के बाद सरोज ने अपनी बहन के साथ मिलकर जबरदस्ती महिला का गर्भपात करवाया। जिससे उसकी मौत हो गई। हमें इसकी जानकारी उनलोगों ने नहीं दी थी। परिजन ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे ससुराल वाले मृतका के जीजा गुणसागर कुमार ने बताया कि प्रीति के साथ दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था। पति का उसकी भाभी के साथ 2018 से अवैध संबंध चल रहा था। इसका प्रीति जब विरोध करती थी तो सरोज उसके साथ मारपीट करता था। घर की बात घर में ही रह जाए इसके लिए हमलोगों ने सरोज को कई बार समझाया भी। उन्होंने बताया कि प्रीति करीब साढे सात महीने की गर्भवती थी। मंगलवार को पति गर्भपात करवाने के लिए एक डॉक्टर के पास ले गया। लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद सरोज की बहन मुन्नी देवी जो सौर बाजार प्रखंड में आशा कार्यकर्ता है। वो प्रीति को वहां बुलवाई और निजी क्लिनिक में ले गई। वहां उसका जबरन गर्भपात कराया गया। जिससे उसकी मंगलवार को मौत हो गई है। सौरबाजार के क्योंर हेल्थ सेंटर के संचालक से इस संबंध में बातचीत करनी चाही, लेकिन उन्होंने मीडिया से बात करने से मना कर दिया। मामले की जांच में जुटी पुलिस सहरसा सदर थाने के सब इंस्पेक्टर कमलाकांत तिवारी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जा रही है। मामले को संबंधित थाने को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि गर्भपात के दौरान महिला की मौत हुई है। जबकि मायके वाले दहेज के लिए हत्या का आरोप लगा रहे है। फिलहाल संबंधित थाने के पदाधिकारी मामले को जांच करेंगे। सौरबाजार थानाध्यक्ष अजय कुमार पासवान ने कहा कि गर्भवती महिला की मौत हुई है। सदर थाना की पुलिस ने इस मामले में मृतका की भाभी का फर्द बयान लिया है। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।