चंडीगढ़ में भारी बारिश के बाद सुखना झील का जलस्तर लगातार बढ़ने लगा है। सोमवार को बारिश के चलते जलस्तर 1158.5 फीट तक पहुंच गया, जो कि खतरे के निशान 1163 फीट से सिर्फ 4.5 फीट नीचे है। ऐसे में चंडीगढ़ प्रशासन ने फ्लड गेट टेस्टिंग के उद्देश्य से खोले, जिन्हें कुछ समय बाद ही बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने साफ किया कि फ्लड गेट केवल परीक्षण के लिए खोले गए थे, किसी आपात स्थिति की वजह से नहीं। पानी का बहाव और गेट की स्थिति जांचने के लिए यह प्रक्रिया हर मानसून में की जाती है। बारिश के चलते एक फीट बढ़ा जलस्तर यूटी इंजीनियरिंग विभाग के अनुसार, सोमवार की बारिश के चलते झील के जलस्तर में करीब एक फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अब जलस्तर 1158.5 फीट है, जबकि 14 जून को यह 1156.5 फीट था। खतरे की स्थिति 1163 फीट पर मानी जाती है, लेकिन विभाग ने बताया कि अगर जलस्तर 1162 फीट तक पहुंचता है, तो आपात स्थिति में फ्लड गेट खोल दिए जाएंगे, जिससे अतिरिक्त पानी सुखना चो (नाले) में छोड़ा जाएगा और शहर को बाढ़ से बचाया जा सकेगा। 24 घंटे काम कर रहा कंट्रोल रूम स्थिति पर नजर रखने के लिए विभाग ने 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम शुरू कर दिया है। लेक के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और जलस्तर की हर घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम साफ रहा और बारिश नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में झील का जलस्तर स्थिर हो सकता है या थोड़ा घट भी सकता है।