हिमाचल प्रदेश के ऊना में मूसलाधार बारिश के कारण खेतों में भरा पानी जबरदस्त बहाव के साथ आया और पोल्ट्री फार्म में घुस गया। मालिक बोला कि फार्म में मौजूद करीब 10,000 चूजों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना ग्राम पंचायत धमान्धरी के अंतर्गत माजरा मंसोह गांव की है। हादसे से पोल्ट्री मालिक को लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। पीड़ित रणवीर सिंह ने बताया कि क्षेत्र में बारिश इतनी तेज थी कि खेतों में भर गया पानी निकलने का कोई रास्ता न होने के कारण सीधा पोल्ट्री फार्म की ओर मुड़ गया। पानी का बहाव इतना तेज और अचानक था कि जानवरों को बचाने का कोई समय तक नहीं मिला। चूजों की मौत से न केवल आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि उनकी देखभाल और पालन-पोषण में किए गए महीनों के परिश्रम पर भी पानी फिर गया। पशुपालन विभाग की टीम जांच करने पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पशुपालन विभाग के वेटरनरी डॉक्टर और स्थानीय पटवारी पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लेकर नुकसान का आकलन किया और उसकी रिपोर्ट तैयार की। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को त्वरित राहत राशि दी जाए ताकि वह दोबारा अपने व्यवसाय को शुरू कर सके। ग्रामीणों ने साथ ही यह भी कहा कि माजरा मंसोह क्षेत्र में जलभराव की समस्या लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन अब तक इसकी ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने आग्रह किया कि प्रशासन इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान निकाले और उचित जल निकासी की व्यवस्था करें ताकि भविष्य में फिर से ऐसी आपदा जनक स्थिति का सामना न करना पड़े।