सीतापुर में कारोबारी की हत्या का पुलिस ने 8 घंटे में ही खुलासा कर दिया। पति-पत्नी समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हत्या की वजह कारोबारी और मुख्य आरोपी की पत्नी के बीच अश्लील चैटिंग बनी। आरोपी ने व्यापारी से इस बात का विरोध किया तो उसने गाली-गलौज की। इसके बाद आरोपियों ने व्यापारी को बात करने के बहाने अपने घर बुलाया। त्रिशूल और डंडे से हमला कर मार डाला। इसके बाद शव को एक गाड़ी में डाला और घूमते रहे, लेकिन सफल नहीं हुए। आखिरकार गाड़ी छोड़कर चले गए। मामला शहर कोतवाली इलाके का है। अब जानिए पूरा मामला… बोलेरो की पिछली सीट पर शव मिला था
थाना महोली के इमिलिया के रहने वाले जितेंद्र पासी उर्फ अमित कुमार किराने के थोक व्यापारी थे। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे जिला अस्पताल के पास खड़ी बोलेरो की पिछली सीट पर उनका शव मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मामले में भाई की तहरीर पर हत्या की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। संदिग्धों को हिरासत में लेकर की पूछताछ
अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आलोक सिंह और सीओ सिटी अमन सिंह के नेतृत्व में कोतवाली नगर पुलिस टीम ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ की तो आशीष कुमार उर्फ शिवा, उसकी पत्नी मुस्कान, रुपम भारती और अनुज मिश्रा के नाम सामने आए। पुलिस ने आरोपियों को ट्रेस करना शुरू किया। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया
गुरुवार शाम को सभी आरोपियों को बाल्दा रोड कॉलोनी के पास से गिरफ्तार किया। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया। पुलिस को पता चला कि कारोबारी और आशीष की पत्नी के बीच आपत्तिजनक चैटिंग हो रही थी। इसी को लेकर आशीष नाराज था। शव को गाड़ी में डालकर घुमाया
बुधवार देर रात जितेंद्र आशीष से मिलने उसे घर कार से पहुंचा। कहासुनी बढ़ने पर आशीष ने अपनी पत्नी और दोनों साथियों के साथ मिलकर डंडे से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। हमलावरों ने शव को बोलेरो में डालकर कुछ देर तक घुमाया। फिर अस्पताल के पास गाड़ी खड़ी कर फरार हो गए। पुलिस ने डंडा, त्रिशूल और मोबाइल बरामद किया
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त डंडा, टूटा त्रिशूल, मृतक का मोबाइल व कपड़े बरामद किए। चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। एक साल पहले की थी कोर्ट मैरिज
व्यापारी जितेंद्र के परिवार में मां, बहन के अलावा बड़ा भाई अमन और छोटा भाई शिवेंद्र है। पिता की कैंसर बीमारी से मौत हो गई थी। जितेंद्र के पास दो चार पहिया वाहन और ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ जमीन भी है। महोली स्थित कस्बे में उसकी दुकान है। यहीं से वह थोक का कारोबार करता था। जितेंद्र ने गांव की एक लड़की से अप्रैल में कोर्ट मैरिज की थी। शादी के दस्तावेज भी पुलिस को गाड़ी से मिले हैं। परिजनों ने शव को दफना दिया, क्योंकि वह इस शादी को नहीं मानते थे। ——————————— ये खबर भी पढ़ें… जौनपुर डबल मर्डर केस में बाहुबली धनंजय सिंह बरी, कोर्ट को सबूत नहीं मिले, पूर्व सांसद बोले-कुछ लोग हमें जेल भेजना चाहते थे जौनपुर के बेलाव घाट डबल मर्डर केस में गुरुवार को बड़ा फैसला आया। एमपी-एमएलए कोर्ट ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को इस मामले में बरी कर दिया। यह डबल मर्डर केराकत थाना क्षेत्र में 1 अप्रैल, 2010 को हुआ था।घटना के दिन बेलाव घाट पर संजय निषाद और नंदलाल निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में धनंजय सिंह समेत 5 लोगों को आरोपी बनाया था। इनमें आशुतोष सिंह और पुनीत सिंह भी शामिल थे। पढ़ें पूरी खबर…