बदायूं में थाने के भीतर दरोगा की दरिंदगी का शिकार बनी पीड़िता के साथ यहां ही शोषण नहीं हुआ, बल्कि उसके यातनाएं झेलने का दौर उसी वक्त शुरू हो गया था, जब उसे अगवा करके ले जाया गया था। तमिलनाडु में भी पीड़िता के साथ बंधक बनाकर रेप हुआ। यह रेप किसी और ने नहीं बल्कि मुजक्किर ने किया था। पीड़िता के मुताबिक मुजक्किर उसे कमरे में दिनभर बंद रखता और खुद काम पर चला जाता। जबकि रात को 10-11 बजे लौटता और मनमानी करता था। पीड़िता के मुताबिक वह कमरे में कैद पूरे दिन रोती रहती थी। कभी अपने हालात को कोसती तो कभी किस्मत से गिला करती। बरामदगी वाली रात भी एक बजे पुलिस टीम ने जब वहां रेड की थी तो पीड़िता घर के बाहर देहरी पर बैठी रो रही थी। पीड़िता के मुताबिक यहां से अगवा होने के बाद वह नौ जून को उसे अगवा करने के बाद तमिलनाडु ले जाया गया। वहां मुजक्किर उसे एक कमरे में रखता था। सुबह वह कमरे का ताला बाहर से लगाकर चला जाता और रात को लौटता था। इसके बाद पीड़िता से मनमानी करता था। पीड़िता पूरे दिन बंद कमरे में रोती-बिलखती रहती थी। कभी-कभार दादी ममता की कॊल रात के वक्त मुजक्किर के पास आती और वो उससे कहती थी कि उसे (पीड़िता को) यहां मत लाना, वहीं रखे रहना। वहां उसके साथ आरोपी ने कई बार रेप किया। जिस रात पुलिस टीम बरामद करने पहुंची, तब भी मुजक्किर कमरे के भीतर सो रहा था और पीड़िता देहरी पर बैठकर रो रही थी। वक्त भी रात तकरीबन एक बजे का रहा होगा। एक नजर पूरे मामले पर
नौ जून को कादरचौक इलाके में रहने वाली नाबालिग लड़की को अगवा किया गया था। जबकि 23 जून की सुबह पुलिस उसे बरामद करके थाने लाई। उसे ले जाने वाला युवक मुजक्किर भी पकड़ा गया, जो फिलहाल जेल में है। पीड़ित पक्ष के मुताबिक लड़की की रिश्ते की दादी ममता ने उसका सौदा किया और अपहरण में अपहर्ताओं की मदद की। यहां तक कि चेन्नई तक भी उसे छोड़कर आई थी। आरोप है कि पुलिस उसे बरामद करके लाई तो थाने में दरोगा हरिओम ने उसके साथ रेप किया। फिलहाल परिजनों ने इस मामले में पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी है। डीआईजी बरेली रेंज अजय साहनी ने अपने स्तर से इस मामले की जांच शुरू कराई है। नामजदों पर भी कार्रवाई नहीं
इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि मुकदमे में पीड़िता की रिश्ते की दादी समेत इस्माइलपुर गांव का पप्पू भी नामजद है। घटनाक्रम को लेकर पूरा बवंडर मचा हुआ है लेकिन ममता व पप्पू अभी भी गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं। पीड़ित पक्ष के मुताबिक ममता सुबह ही घर से कहीं चली जाती है और रात को वापस लौटती है।