हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित सराज क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने बगलामुखी रोपवे के माध्यम से क्षेत्र का निरीक्षण किया। बाहरी दुनिया से कटे इस क्षेत्र में रोपवे ही एकमात्र जीवनरेखा है। अग्निहोत्री ने घोषणा की कि अगले 7 से 10 दिनों तक रोपवे से यात्रा और सामान ढुलाई पूरी तरह निशुल्क रहेगी। उन्होंने कहा कि आपदा के समय जनसेवा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सराज क्षेत्र में 121 करोड़ रुपए की पेयजल योजना को नुकसान पहुंचा है। मंडी जिले में 75 से 100 करोड़ और पूरे प्रदेश में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की क्षति का अनुमान है। स्थानीय स्तर पर पाइप खरीदने की भी छूट
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग को ऑफलाइन टेंडर प्रक्रिया से काम शुरू करने की अनुमति दी गई है। स्थानीय स्तर पर पाइप खरीदने की भी छूट दी गई है। बहाली कार्यों की निगरानी के लिए दो मुख्य अभियंता सराज में तैनात रहेंगे। शिमला से चार अधिशाषी अभियंता विशेष रूप से भेजे गए हैं। लोक निर्माण विभाग को सड़क बहाली के लिए ऑफलाइन टेंडर आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। सेना, प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें क्षेत्र में राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। प्रशासन को प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए गए हैं।