भागलपुर के बायपास थाना क्षेत्र में पुलिस ने कार्रवाई की। एक कंटेनर से 58 मवेशी तो 3 अन्य ट्रकों से 166 मवेशी पकड़े गए। अब पुलिस के सामने मरे हुए और जीवित पशुओं के रखरखाव की चुनौती है। छापेमारी में जब्त किए गए सैकड़ों मवेशियों में से 15 की मौत हो चुकी है। बायपास थाने की पुलिस ने 13 मवेशियों को थाना के पास जमीन में दफना दिया है, जबकि बाकी, 2 मृत पशुओं को भी जल्द दफनाया जाएगा। सभी मृत पशुओं का पशु डॉक्टरों की देखरेख में पोस्टमार्टम कराया गया। बड़ी संख्या में बरामद पशुओं को लेकर पुलिस के सामने उनके रखरखाव की समस्या गंभीर हो गई है। बायपास थाना परिसर में 151 मवेशी दोनों थानों के पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि जिन पशुओं के मालिक वैध दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे, उन्हें पशु वापस सौंप दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ मवेशियों को स्थानीय किसानों को सौंपने पर विचार किया जा रहा है। शेष पशुओं की बंदोबस्ती को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की जा रही है। दरअसल, सिटी एसपी शुभांक मिश्रा के नेतृत्व में मवेशी तस्करी गिरोह के खिलाफ अभियान चलाया गया था। कार्रवाई के दौरान अवैध रूप से लाए जा रहे सैकड़ों मवेशी बरामद किए गए थे। पशुओं को चार ट्रकों में भरकर तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था, तभी पुलिस ने छापेमारी की।। फिलहाल पुलिस की टीम नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है। 13 पशु को दफना दिया बाईपास थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार शर्मा ने बताया कि 13 पशु को दफना दिया गया है। दो पशुओं की आज रविवार को मौत हुई है। उनको दफनाने की प्रक्रिया चल रही है। शुक्रवार की रात सिटी एसपी के नेतृत्व में कार्रवाई की गई थी। शुभांक मिश्रा रूटीन चेकिंग के लिए निकले थे। बाइपास के पास लोदीपुर टोल प्लाजा पहुंचे, तो उन्हें एक कंटेनर को जाते हुए दिखा। पुलिस ने जब वाहन की तलाशी ली, तो उसमें 58 मवेशी पाए गए। पुलिस ने बाइपास के पास खीरीबांध पेट्रोल पंप के पास तीन अन्य ट्रकों को पकड़ा, जिनसे 166 मवेशी बरामद किए गए। हालांकि, इन ट्रकों के ड्राइवर मौके से फरार हो गए। पुलिस जब तक पहुंचती, तब तक 11 मवेशियों की दम घुटने से मौत हो चुकी थी।