दरभंगा में ताजिया मिलन के दौरान दो पक्षों में झड़प हो गई। दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं। जलवारा और खिरमा की ताजिया के मिलन के समय विवाद हुआ। जलवारा और खिरमा की ताजिया के मिलन के समय विवाद हुआ। पहले लाठी-डंडे चले, फिर पथराव शुरू हो गया। तलवार से भी हमला किया गया। 10 से 15 लोग घायल हुए। घायलों में महिला, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। इसके अलावा तीन ताजिया क्षतिग्रस्त हो गईं। ताजिया दरभंगा-केवटी-जयनगर पथ एनएच-527 बी पर घंटों पड़ी रही। डीएम और एसएसपी के पहुंचने के बाद उसे हटाया गया। मौके पर केवटी पुलिस टीम पहुंची। माहौल शांत कराने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में भी लोग उग्र दिखे। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों से बातचीत की। घायलों से हाल जाना। अधिकारियों को निर्देश दिया कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। घायलों से कहा गया कि थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराएं। घटना केवटी थाना क्षेत्र के खिरमा गांव की है। तलवार से भी किया हमला घटना के कारण सड़क पर जाम लग गया। वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी हुई। घटना में मो फैज गंभीर रूप से घायल हुए। उन्होंने बताया कि वह मार्केट से लौट रहे थे। तभी पथराव शुरू हो गया। पहला पत्थर सीने में लगा, फिर सिर पर। वह गिर पड़े। इसके बाद तलवार से हमला किया गया। हाथ, पीठ और सिर में कई जगह चोट और जख्म आईं। उन्होंने हाथ से तलवार रोककर जान बचाई। इलाज के लिए निजी अस्पताल गए। कई बच्चे भी घायल हुए। कुछ का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है। कुछ निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। ताजिया रखते ही मारपीट शुरू हो गई मो. दानिश ने बताया कि जलवारा के लोग सीधे ताजिया तोड़ने लगे। फिर पत्थरबाजी शुरू कर दी। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि निर्दोष लोगों पर हमला करने वालों की पहचान कर कार्रवाई की जाए। स्थानीय ग्रामीण सुजीत कुमार साह ने बताया कि पहले से ताजिया मिलन की तैयारी थी। जलवाड़ा की ताजिया आई। ताजिया रखते ही मारपीट शुरू हो गई। जलवारा के युवकों ने लाठी-डंडे चलाए। फिर पथराव हुआ। भगदड़ मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। उन्होंने आशंका जताई कि 9 जुलाई को होने वाले जिला पार्षद उपचुनाव की रंजिश में यह घटना हुई हो। पहले कभी ऐसी घटना नहीं हुई थी। बाजार के कई हिंदू दुकानदारों को भी नुकसान हुआ। दोनों पक्ष मुस्लिम समुदाय के थे। दोनों तरफ से पथराव हुआ। उन्होंने कहा कि दुकानदार डरे हुए हैं। हथियारबंद लोग आते हैं। अगर दुकान लूट ली जाती तो क्या करते। प्रशासन से मांग की कि अगले साल आयोजन हो तो पूरी सुरक्षा हो। दुकानदार भी घायल हुए स्थानीय विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा ने बताया कि खिरमा में भी विवाद हुआ। दुकानदार भी घायल हुए। उन्होंने एसएसपी को फोन कर जानकारी दी। एसएसपी और कलेक्टर मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंदू लोग भी ताजिया देखने आते हैं। उनका सत्कार करते हैं, लेकिन इस तरह का व्यवहार, पथराव और मारपीट गलत है। उन्होंने घटना की निंदा की। अकबरपुर गांव में भी झड़प इधर जिले के बिरौल थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव में मोहर्रम जुलूस के दौरान मंगलवार शाम फिर हिंसा भड़क गई। शाम करीब साढ़े सात बजे कोठीपुल चौक पर खेल दिखा रहे युवकों के बीच कहासुनी हो गई। एक युवक चोटिल हो गया। उसके समर्थकों ने विरोधी युवक की पिटाई कर दी। मार खा रहा युवक किसी तरह जान बचाकर घर भागा। घायल युवक के दर्जनों समर्थक बिचला मस्जिद के पास पहुंचे। वहां एक घर पर पथराव किया। करीब एक घंटे तक पत्थरबाजी होती रही। इसमें कई महिला और पुरुष घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी और एसडीओ शशांक राज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। हिंसा में शामिल दर्जन भर लोगों को हिरासत में लिया है। गांव में तनाव बना हुआ है। पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है।