सहरसा में सोमवार शाम एक 35 वर्षीय विधवा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। यह घटना कासनगर थाना क्षेत्र के पंडरिया पंचायत की है। पीड़िता ने गांव के ही एक व्यक्ति पर आरोप लगाते हुए मंगलवार शाम कासनगर थाना में लिखित शिकायत दी, लेकिन प्राथमिक कार्रवाई की बजाय पुलिस ने मामला महिला थाना सहरसा भेज दिया। पीड़िता अपने पति की मौत के बाद अरसी गांव में एक घर काम कर अपने और बच्चे का गुज़ारा कर रही है। घटना से महिला सदमे में है। उसे न्याय की उम्मीद थी, लेकिन पुलिस की कार्यशैली से उसे निराशा हाथ लगी। खेत से लौट रही विधवा महिला से दुष्कर्म पीड़िता ने बताया कि वह सोमवार शाम अरसी गांव स्थित बहियार (खेत) से मवेशियों के लिए चारा लेकर लौट रही थी। विकास यादव ने उसे अकेला पाकर जबरन दुष्कर्म किया। घटना के बाद महिला किसी तरह भागकर गांव पहुंची। मंगलवार को सामाजिक डर के बावजूद साहस दिखाते हुए थाने में शिकायत दी। पुलिस पर केस दर्ज नहीं करने के आरोप इस मामले में महिला को एक थाने से दूसरे थाने भेजने पर कासनगर थानाध्यक्ष विक्की रविदास ने सफाई दी। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर पीड़िता को महिला थाना सहरसा भेज दिया गया है। पीड़िता के आवेदन के आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण सहरसा सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जायेगा। – सुजाता, महिला थाना प्रभारी, सहरसा पीड़िता को न्या दिलाने की मांग उधर, अरसी गांव के ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि पीड़िता को एक थाने से दूसरे थाने भेजना, कार्रवाई टालने जैसा प्रतीत होता है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए।