शिमला में रविवार रात से जारी बारिश ने पेयजल आपूर्ति को पूरी तरह से ठप कर दिया है। बारिश के कारण पेयजल परियोजनाओं में गाद जमा हो गई है। इससे पंपिंग कार्य रुक गया है। शहर में सोमवार को भारी बारिश के कारण पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। जानकारी के अनुसार गिरी परियोजना ने भारी गाद भर गई है। जिसके कारण वहां से पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। वहीं चाबा परियोजना में स्थिति और भी गंभीर बनी हुई है। यहां 10 एमएलडी क्षमता वाली इस परियोजना का पंपिंग स्टेशन जलमग्न हो गया है। जिसके कारण पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। गाद की मात्रा लगातार बढ़ रही इसके अलावा गुम्मा परियोजना के नौटी खड्ड में सुबह 8:30 बजे गाद का स्तर 6850 एनटीयू तक पहुंच गया। जिसके कारण पानी की सप्लाई नही हो पाई है। वहीं सतलुज नदी का बढ़ता जलस्तर भी चिंता का विषय है। इससे परियोजनाओं में गाद की मात्रा लगातार बढ़ रही है। जिसके कारण आगामी दिनों में पानी की किल्लत हो सकती है। पानी का सीमित उपयोग करने की सलाह ऐसे में शिमला को पानी की सप्लाई करने वाली पेयजल कंपनी ने शहरवासियों को पानी का सीमित उपयोग करने की सलाह दी है। कंपनी ने गिरि और गुम्मा परियोजना में गाद रोकने के लिए ट्यूब सेटलर लगाए हैं। लेकिन अत्यधिक गाद के कारण ये भी प्रभावी नहीं हो पा रहे हैं। गुम्मा में स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। यहां मलबा और पत्थर भी टैंकों तक पहुंच रहे हैं। इससे पंपिंग मशीनरी के खराब होने का खतरा है। कंपनी के अनुसार, पानी की सप्लाई तभी शुरू की जा सकती है जब गाद की मात्रा एक हजार एनटीयू से कम हो। वर्तमान में यह 6 हजार एनटीयू से अधिक है। शहर में रोजाना आता है 40 MLD पानी आपको बता दें कि शिमला शहर में विभिन्न परियोजनाओं से रोजाना 40 MLD के आस पास पानी की सप्लाई होती है। लेकिन भारी बारिश के कारण न के बराबर पानी पहुंचा है जिसके चलते आगामी कुछ दिनों तक शहर में पानी की सप्लाई की स्थिति बिगड़ सकती है और लोगो को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।