अवनीश दीक्षित गैंग के तीन मेंबरों को रेलबाजार पुलिस ने सोमवार देर रात सीओडी पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियो के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे। गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की जांच में राहुल बाजपेई, रमन गुप्ता और जितेंद्र यादव के नाम सामने आए, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। सिविल लाइंस स्थित नजूल की बेशकीमती जमीन कब्जाने के मामले में लेखपाल विपिन कुमार की शिकायत पर 28 जुलाई 2024 को कोतवाली पुलिस ने प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को जेल भेजा था। वहीं जमीन के कब्जेदार रहे सैमुअल गुरुदेव ने डकैती, लूट, छेड़खानी की मुकदमा दर्ज कराया था, पुलिस ने अवनीश को गिरफ्तार कर लिया था। पहला इंटररेंज गैंग बनाया गया था पुलिस ने नजूल की जमीन मामले की जांच की तो उसके कई साथियों के नाम सामने आए। पुलिस ने अवनीश के गैंग को पहला इंटर रेंज गैंग (IR–1) रजिस्टर्ड किया था। गैंग का लीडर अवनीश को बनाया गया था, जिसमें करीब 16 गैंग मेंबर थे। गैंगस्टर एक्ट में मामले की विवेचना रेलबाजार इंस्पेक्टर बहादुर सिंह कर रहे थे। राहुल व रमन पर दर्ज थे मुकदमे इंस्पेक्टर ने बताया कि चकेरी के चंद्रनगर निवासी अनिल कुमार ने अवनीश, राहुल बाजपेई, अभिनव शुक्ला और अजीत के खिलाफ कोतवाली थाने में अवैध वसूली के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अवनीश दीक्षित के साथ तीन मुकदमों में राहुल बाजपेई का नाम सामने आया था। जबकि क्रिस्टल पार्किंग में हुए विवाद में रमन गुप्ता का नाम सामने आया था। 19 हुए गैंग के मेंबर वहीं एक अन्य मामले में बादशाहीनाका निवासी जितेंद्र यादव भी आरोपी है। आरोपी राहुल बाजपेई, रमन गुप्ता और जितेंद्र यादव को सीओडी पुल के पास से गिरफ्तार किया गया है। गैंग में अब कुल 19 मेंबर हो गए है।