दरभंगा में 11वीं की स्टूडेंट से रेप, महिला से गैंगरेप:शिकायत पर छात्रा के दादा-दादी पर तलवार से हमला, 4 बच्चों की मां को उठा ले गए

दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में अलग-अलग लड़कियों से रेप की वारदात सामने आई है। परिजन का आरोप है कि जब उन्होंने वारदात के संबंध में मीडिया से बातचीत करने और जानकारी देने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने बोलने से इनकार कर दिया। हालांकि, पुलिस की ओर से धमकाने के बावजूद शनिवार को दोनों घटनाओं के पीड़ितों ने वारदात के संबंध में मीडिया को पूरी जानकारी दी। पहले मामले में रेप की शिकार 18 साल की पीड़िता 11वीं की स्टूडेंट है। परिजन के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाले 20 साल के मुन्ना राय नाम के शख्स ने लड़की के साथ 23 जुलाई को रेप की वारदात को अंजाम दिया है। पीड़िता की मां के मुताबिक, आरोपी का घर उनके मकान से कुछ ही दूरी पर है। वारदात वाली रात आरोपी उनके घर में घुस आया और रेप की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता की मां ने बताया- वारदात के दौरान जब मेरी बेटी ने शोर मचाया, तो हम लोगों को इसकी जानकारी हुई। जब मैं बेटी के पास पहुंची तो आरोपी ने मुझे धक्का देकर जमीन पर पटक दिया और मौके से फरार हो गया। आरोपी के फरार होने के बाद मैंने नीचे देखा तो मुन्ना राय के परिचित अरुण राय, प्रवीण राय और गोविंद राय घर के बाहर खड़े होकर आरोपी की मदद कर रहे थे। अगले दिन यानी 24 जुलाई की सुबह जब पीड़िता की दादी आरोपी के घर गईं तो आरोपियों ने उनके साथ और उनके पति के साथ जमकर मारपीट की। वहां मौजूद श्याम राय, अरुण राय और बुच्चीलाल राय गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद राजकुमार राय, गोविंद राय और प्रवीण राय हथियार और देसी कट्टा लेकर पीड़िता के घर पर चढ़ आए। गोविंद राय ने फरसा से हमला कर पीड़िता के दादा पर तलवार से हमला कर उन्हें घायल कर दिया, जिससे उनका बायां पैर आंशिक रूप से कट गया और खून बहने लगा। दोनों बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज पहले बिरौल सीएचसी हुआ और बाद में डीएमसीएच में कराया गया। पीड़िता के परिजन का कहना है कि कई बार थाना जाने के बाद शुक्रवार देर रात उनकी प्राथमिकी दर्ज की गई। पीड़िता की मां ने कहा कि हमारी बच्ची का किसी से कोई प्रेम प्रसंग नहीं है। ये सबकुछ जान बूझकर किया गया है। हम लोग न्याय चाहते हैं। मेरी बच्ची का कोई प्रेम प्रसंग नहीं था। यह सब जानबूझकर किया गया है। हम न्याय चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पति मुंबई में काम करते हैं। बिरौल के ही दूसरे गांव में महिला के साथ गैंगरेप दूसरा मामला बिरौल के ही एक दूसरे गांव का है, जहां 23 जुलाई की ही रात एक महिला के साथ गैंगरेप की वारदात हुई। पीड़िता के देवर के मुताबिक, देर रात करीब 11:30 बजे भाभी टॉयलेट के लिए निकलीं, तभी बदमाशों ने उन्हें जबरन उठाकर करीब 200 मीटर दूर ले जाकर बारी-बारी से गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी की पहचान राजकुमार पासवान (उम्र 35 वर्ष) और उमेश ठाकुर (उम्र 37 वर्ष) के रूप में की गई है, जिनका आपराधिक इतिहास भी है। परिजनों के अनुसार, घटना के समय महिला के तीन बेटे और एक बेटी घर पर थे। पीड़िता के पति दिल्ली में रहकर काम करते हैं। पीड़िता के देवर के मुताबिक- जैसे ही मैं वीडियो बनाने लगा, आरोपियों ने पिस्तौल दिखाकर मुझे धमकाया। मैं वहां से जान बचाकर भागा। इसके बाद दोनों आरोपी भी घटनास्थल से फरार हो गए। दोनों ही मामलों में पीड़ित परिजन ने न्याय की मांग की दोनों मामलों में पीड़ित परिवार प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि हम लोग पुलिस और प्रशासन से बस यही चाहते हैं कि हमें न्याय मिले और आरोपी किसी भी कीमत पर बच न पाएं। उधर, बिरौल थाना अध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने बताया कि दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। दोनों पीड़िता को शनिवार को मेडिकल के लिए डीएमसीएच भेजा गया है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। मामला अत्यंत संवेदनशील है, जिसकी गंभीरता से जांच की जा रही है। घटना की सूचना पर एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची।एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साइंटिफिक तरीके से साक्ष्य जुटाए है।

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