हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना पर आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह महज एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की नाकामी है। इस मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए। साथ ही दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। उत्तराखंड की भाजपा सरकार जवाब देना चाहिए अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि “धर्मनगरी हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की हृदयविदारक घटना से मन व्यथित है। जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, ईश्वर उन्हें शक्ति दें और दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें।”
उन्होंने आगे कहा, “धार्मिक स्थलों पर इस तरह की भयावह घटनाएं व्यवस्थाओं की लापरवाही को उजागर करती हैं। यह सिर्फ़ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की असफलता है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।” केजरीवाल के इस बयान ने सीधे तौर पर उत्तराखंड सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु सावन के अवसर पर हरिद्वार और मनसा देवी मंदिर पहुंचते हैं, लेकिन इसके बावजूद भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था हर बार नाकाम क्यों हो जाती है? यह सवाल अब उत्तराखंड की भाजपा सरकार को जवाब देना होगा। पता होने के बाद भी इंतजाम पूरे क्यों नहीं किए AAP नेता ने आरोप लगाया है कि यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही और राजनीतिक उदासीनता का नतीजा है। जब पहले से ही भारी भीड़ की संभावना थी, तो फिर उचित इंतजाम क्यों नहीं किए गए? पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग करते हुए आम आदमी पार्टी ने इस घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है। पार्टी का कहना है कि केवल खानापूर्ति से काम नहीं चलेगा—दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके।