हिमाचल में लगातार हो रही बारिश और बांधों में बढ़ रहे जलस्तर को आज पंजाब सरकार ने बैठक कर रिव्यू किया। कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल ने जानकारी दी कि स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है और नहरी विभाग की तरफ से भी किसी भी स्थिति से निटपने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मंत्री गोयल ने कहा है कि प्रमुख डैमों की स्थिति की समीक्षा की गई है और फिलहाल किसी भी तरह का खतरा नहीं है। भाखड़ा डैम में इस समय 1618.38 फीट पानी है, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 1680 फीट है। पौंग डैम में 1346 फीट पानी मौजूद है और अब भी उसमें 30.787 फीट की क्षमता शेष है। वहीं रणजीत सागर डैम में 1664 फीट पानी है और 54 फीट अब भी खाली है। उन्होंने बताया कि इन डैमों में इनफ्लो अधिक है, लेकिन स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। सरकार ने पूरी की तैयारियां मंत्री ने बताया कि खतरे की कोई बात नहीं है, फिर भी सरकार ने पहले से ही सभी जरूरी तैयारियां कर रखी हैं। बाढ़ से निपटने और रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से 276 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। 94 ऐसे पॉइंट चिह्नित किए गए हैं जो संवेदनशील माने गए हैं। इन बिंदुओं को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं और उनकी नियमित निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए हर स्तर पर प्रबंध किए हैं। पहले से सरकार ने भरवाए मिट्टी के बैग बरिंदर गोयल ने बताया कि बाढ़ के समय उपयोग में आने वाले खाली बैग भी पहले से तैयार रखे गए हैं। 8.76 हजार खाली बैगों में से 3 लाख 24 हजार बैगों को मिट्टी से भरकर पहले ही तैयार कर लिया गया है, ताकि आपात स्थिति में उन्हें तुरंत उपयोग में लाया जा सके। इसके अलावा जंबो बैग की भी व्यवस्था की गई है जो जलस्तर बढ़ने की स्थिति में पानी को रोकने में मदद करेंगे। ड्रेनों की सफाई को लेकर मंत्री ने कहा कि 8 हजार किलोमीटर लंबी ड्रेनों में से 4 हजार किलोमीटर के करीब की सफाई की जा चुकी है, जबकि अन्य ड्रेनों की स्थिति संतोषजनक पाई गई, जिस कारण उनकी सफाई की जरूरत नहीं पड़ी। 1044 चैक डैम बनाए गए हैं मंत्री ने बताया कि राज्य में इस बार 1044 चैक डैम बनाए गए हैं। विभाग ने नई मशीनरी भी खरीदी है, जिसे अलग-अलग जिलों में तैनात किया गया है। इससे काम की गति और लागत में सुधार हुआ है। पहले जो काम 100 रुपए में होता था, वह अब मात्र 35 रुपए में हो रहा है। विभाग आने वाले समय में और मशीनें खरीदने की योजना पर भी काम कर रहा है। बरिंदर गोयल ने कहा कि सरकार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर स्तर पर तैयार है। सभी जिलों के अधिकारियों को भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वे संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी बनाए रखें और किसी भी स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दें।