कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड स्थित धलंगड़ा सिवान में दो दिनों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद वन विभाग की टीम ने आखिरकार एक मगरमच्छ को पकड़ लिया। यह मगरमच्छ टोड़ी गांव के एक पोखर में देखा गया था, जहां से बुधवार की शाम उसे सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। जानकारी के अनुसार, कैमूर की सुवर्णा नदी मगरमच्छों का प्राकृतिक आवास मानी जाती है। बरसात के मौसम में नदी का जलस्तर बढ़ने पर ये अक्सर आसपास के अन्य जलाशयों में भटक जाते हैं। दो दिन पहले टोड़ी गांव निवासी हीरा राम ने अपने धलंगड़ा सिवान स्थित पोखर में मगरमच्छ दिखने की सूचना वन विभाग को दी थी। सूचना मिलते ही डीएफओ संजीव रंजन के निर्देश पर रेंजर मनोज कुमार और फॉरेस्टर प्रतिभा कुमारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पहले दिन टीम ने मछुआरों की मदद से पोखर में जाल बिछाया, लेकिन मगरमच्छ हाथ नहीं लगा। बुधवार को दोबारा सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम फिर मौके पर पहुंची और शाम करीब पांच बजे मछुआरों की सहायता से मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया। फॉरेस्टर प्रतिभा कुमारी ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा और अब पकड़े गए मगरमच्छ को दुर्गावती जलाशय में छोड़े जाने की तैयारी की जा रही है।