उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल बढ़ाने वाली एक और बड़ी मुलाकात आज होने जा रही है। ‘अपनी जनता पार्टी’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य आज रामपुर में सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान से मुलाकात करेंगे। मौर्य लखनऊ से रामपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। इससे पहले ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजम खान से भेंट की थी। ऐसे में प्रदेश के बड़े नेताओं की यह दूसरी अहम बैठक मानी जा रही है, जिसने राजनीतिक गलियारों में अटकलों को तेज कर दिया है। अखिलेश के बाद अब मौर्य की एंट्री 8 अक्टूबर को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रामपुर पहुंचकर आजम खान से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच पार्टी की मौजूदा स्थिति, संगठन की रणनीति और आगामी चुनावी समीकरणों पर चर्चा हुई थी। अब उसी कड़ी में स्वामी प्रसाद मौर्य की यह मुलाकात खास मायने रखती है। मौर्य बोले-“मुलाकात शिष्टाचार है, राजनीति नहीं” रामपुर रवाना होने से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह मुलाकात ‘शिष्टाचार भेंट’ है और इसमें किसी राजनीतिक एजेंडे की बात नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि आजम खान एक वरिष्ठ नेता हैं, उनसे मिलना मेरा सौभाग्य है। मौर्य और आजम की इस भेंट को कई राजनीतिक विश्लेषक भविष्य की संभावित सियासी जमावट से जोड़कर देख रहे हैं। मौर्य के हालिया बयानों और अखिलेश यादव से उनकी बढ़ती दूरी के बीच यह मुलाकात किसी नए समीकरण का संकेत भी मानी जा रही है। आजम के जेल से छूटने के बाद मिले थे अखिलेश सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खान के जेल से छूटने के बाद पहली बार 8 अक्टूबर को मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में 2 घंटे तक बातचीत चली। इस दौरान आजम की पत्नी और बेटे भी मौजूद नहीं थे। बाहर निकलने पर अखिलेश ने कहा- आजम साहब बहुत पुराने नेता हैं। उनका गहरा साया हमेशा हमारे साथ रहा है। आजम खान हमारी पार्टी का दरख्त (पेड़) हैं। आजम परिवार पर भाजपा केस करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है। यह बड़ी लड़ाई है और उसमें हम सब मिलकर लड़ेंगे। इससे पहले सपा प्रमुख को आजम ने खुद रिसीव किया। इसके बाद अखिलेश और आजम एक ही कार में बैठकर घर पहुंचे। (पूरी खबर पढ़िए)