मोहाली के मेडिकल कॉलेज (एम्स) में फ्रीजर में खराबी आने से अंतरराष्ट्रीय अलगोजा वादक करमजीत बग्गा की मृतदेह खराब होने का मामला सामने आया है। अस्पताल मैनेजमेंट की दलील है कि बिजली न होने से यह दिक्कत आई। घटना के बाद मृतक के परिवार के साथ पूरे शहर को झकझोर दिया और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। हालांकि परिवार इस मामले में कुछ नहीं बोल रहा है। चार दिन पहले हुआ था निधन खरड़ निवासी प्रसिद्ध अलगोजा वादक करमजीत सिंह बग्गा का चार दिन पहले निधन हो गया था। उनके परिजन विदेश में होने के कारण अंतिम संस्कार देरी से होना था। ऐसे में मृतदेह को सुरक्षित रखने के लिए परिजनों ने सिविल अस्पताल फेज-6, मोहाली की मोर्चरी में रखवाया था। पता चला है कि शनिवार को जब परिजन विदेश से लौटे और शव लेने पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। जिस फ्रीजर में मृतदेह रखी गई थी, वह बंद पड़ा था, जिससे शरीर से तेज दुर्गंध आने लगी थी और मृतदेह काला पड़कर फूल चुका था। परिजनों का कहना है कि ऐसा प्रतीत हो रहा था कि फ्रीजर दो से तीन दिन पहले ही बंद हो गया था और अस्पताल प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। जब परिवार ने इस संबंध में अस्पताल अधिकारियों से बात की, तो उन्होंने बिजली न होने का बहाना बना दिया। फ्रीज की एक कॉयल में दिक्कत थी इस मामले के एचओडी फॉरेंसिक डॉ. अश्वनी कुमार का कहना है कि मामला सामने आया था। मोर्चरी में रखी बॉडी थोड़ी खराब हो गई थी। मोर्चरी में कुल आठ फ्रीज हैं और सभी वर्किंग कंडीशन में हैं। जिस फ्रीज में कलाकार की बॉडी रखी थी, वह भी चल रहा था और उसका टेंपरेचर भी मेंटेन था। बाद में टेक्नीशियन को बुलाकर चेक करवाया तो उसने बताया कि फ्रीज की एक कॉयल में थोड़ी सी दिक्कत थी, जिसे बाद में ठीक करवा दिया गया।