करनाल जिले के नागरिक अस्पताल में संदिग्ध हालातों में नवजात बच्चे की प्रसव के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने स्टाफ नर्स पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप है कि जच्चा दर्द से तड़प रही थी, लेकिन नर्स खाना खाने चली गई और इस बीच सफाई कर्मचारी ने बच्चे को पकड़ा। परिजनों ने कहा कि अगर समय पर डॉक्टर और नर्स मौजूद होती, तो बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। नर्स कहती रही-अभी दर्द और बढ़ने दो कुंजपुरा के परिवार ने 12 अक्तूबर की शाम अपनी बहू पिंकी को लेबर पेन होने पर करनाल के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया। पिंकी की ननंद सोनिया का कहना है कि उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ को बताया कि महिला को लेबर पेन है, लेकिन वहां मौजूद नर्स बार-बार यही कहती रही कि “अभी दर्द और बढ़ने दो।” परिजनों के मुताबिक, इसी लापरवाही में काफी समय निकल गया। जब प्रसूता को तेज दर्द हुआ, तो स्टाफ ने उसे लेबर रूम में ले लिया, लेकिन वहां पहले से एक और मरीज की डिलीवरी चल रही थी। आरोप है कि उस महिला की डिलीवरी कराने के बाद नर्स ने कहा कि अब वह खाना खाकर आएगी, फिर दूसरी डिलीवरी करेगी। इस बीच प्रसूता को और दर्द बढ़ा और बच्चा बाहर आने लगा। सफाई कर्मचारी ने पकड़ा नवजात, फिर भी नहीं आई नर्स नवजात के पिता गुरसेवक का आरोप है कि जब बच्चा बाहर आया, तो लेबर रूम में मौजूद सफाई कर्मचारी ने ही बच्चे को पकड़ा। उसने कई बार जोर-जोर से पुकारा कि “मेडम अंदर आओ”, लेकिन नर्स ने उसकी आवाज नहीं सुनी। बाद में बच्चे की बुआ सोनिया खुद बाहर भागी और मेडम को बुलाकर ले आई। जब तक स्टाफ पहुंचा, तब तक बच्चे की हालत बिगड़ चुकी थी। डिलीवरी के बाद भी लगे 7 टांके मृतक नवजात के पिता गुरसेवक ने बताया कि उनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ था और यह उनका पहला बच्चा था। उन्होंने कहा कि डिलीवरी नॉर्मल थी, फिर भी केस बनाने के लिए नर्स ने मरीज को सात टांके लगा दिए, जबकि उनकी पत्नी मना करती रही। परिवार का कहना है कि अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही ने उनके घर की खुशियां छीन लीं। मामले की जांच में जुटी पुलिस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और परिजनों से पूछताछ की। पुलिस ने बताया कि नवजात की मौत हुई है और स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। लोगों में गुस्सा, अस्पताल प्रबंधन पर उठे सवाल घटना के बाद अस्पताल में मौजूद लोगों में गुस्सा देखने को मिला। लोगों का कहना था कि यह पहली बार नहीं है जब करनाल नागरिक अस्पताल से ऐसी लापरवाही की खबर सामने आई है। परिजन मांग कर रहे हैं कि दोषी स्टाफ नर्स और संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की पीड़ा न झेलनी पड़े।