बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह को महागठबंधन में राजद की ओर से टिकट मिल गया है। आज देर शाम पटना स्थित अपने आवास पर लालू यादव ने बोगो सिंह को सिंबल सौंप दिया है। इसकी सूचना मिलते ही बोगो सिंह के समर्थकों में जहां खुशी की लहर है, वहीं महागठबंधन के अन्य घटक दलों में मायूसी है। मटिहानी सीट पर महागठबंधन से सीपीएम अपना दावा कर रही थी और राजेंद्र प्रसाद सिंह पूरी तैयारी में थे। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अभय कुमार सिंह सार्जन ने 16 अक्टूबर को यहां से नामांकन करने की घोषणा कर दी थी। इसी बीच बोगो सिंह को राजद का सिंबल मिलते ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। केशावे गांव के रहने वाले नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह ने इंटर तक की शिक्षा हासिल की। बाद के दिनों में वे 2001 में जिला परिषद के सदस्य चुने गए। 2005 में मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ा और सीपीआई के चर्चित विधायक राजेंद्र राजन को करीब 28 हजार वोटों से हरा दिया। राजेंद्र राजन को 22 हजार वोट से हराया था अक्टूबर 2005 में फिर से हुए विधानसभा चुनाव में बोगो सिंह ने जदयू के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा होकर राजेंद्र राजन को 22 हजार से अधिक वोट से हराकर चुनाव जीत लिया। 2010 में जदयू ने इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और उस समय कांग्रेस के अभय कुमार सिंह सार्जन को करीब 24 हजार वोट हरा दिया। 2015 में बोगो सिंह, सर्वेश कुमार को करीब 23 हजार वोट से हराकर फिर से विधायक बन गए। 2020 में भी बोगो सिंह को जदयू ने टिकट दिया था। लेकिन लोजपा के प्रत्याशी (जीतकर जदयू में जा चुके) राजकुमार सिंह से करीब 300 वोट से हार गए। हारने के बावजूद बोगो सिंह अपने क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे। इस बार राजनीतिक स्थिति को देखते हुए राजद का दामन थाम लिया और 16 अक्टूबर को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। बोगो सिंह ने कहा है कि जन्म के समय से ही हमारे खून के एक-एक कतरा में जनता की सेवा का जज्बा है। अंतिम सांस तक हम अपने लक्ष्य पर अडिग रहेंगे। फिलहाल बोगो सिंह को टिकट मिलते ही मटिहानी हॉट सीट बन गया है।