लखनऊ में 22 सितंबर को भाई ने बहन से उसके प्रेमी को घर बुलवाकर साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने दुरमुट (गिट्टी बराबर करने वाला औजार) से उसका सिर कूचा। घटना में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के बाद आरोपियों की बहन ने एक वीडियो जारी करते हुए उस दिन की दास्तान सुनाई। बहन का कहना है कि शादी नहीं करानी थी, तो न कराते लेकिन किसी के लड़के को इतनी बेरहमी से नहीं मारना था। मां ने भी मुझे उसे बचाने से रोक दिया। हिंदू-मुस्लिम क्या होता है? कानून भी तो था, लेकिन अब भाई और उसके साथियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। हिंदू होने की वजह से बचने नहीं चाहिए। पहले मामले को जानिए… सआदतगंज लकड़मंडी निवासी अली अब्बास (22) की 22 सितंबर को प्रेम प्रसंग के चलते हत्या हो गई। अली अब्बास की प्रेमिका के भाई हिमालय प्रजापति (26) ने अली को 22 सितंबर की रात करीब डेढ़ बजे मिलने बुलाया। जहां पहले से मौजूद चचेरे भाई सौरभ प्रजापति और सोनू के साथ मिलकर अली को लाठी डंडों से पीटा। ईंट से उसके सिर पर कई वार किए। गंभीर रूप से घायल अली को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। अली के परिवार में तीन बहनें और एक भाई है। पिता आरिफ जमीर ई रिक्शा चलाते हैं। अब जानिए युवती ने वीडियो जारी करके जो कहा… शादी की बात करने के लिए बुलाया था युवती ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें उसने अली अब्बास के बारे में बताते हुए उस रात की कहानी बताई है। युवती ने बताया कि भाई हिमलयन ने पहले उसकी पिटाई की, फिर धक्का देकर रात के समय ही घर से निकालने लगा। बाद में बोला कि अली से कोर्ट मैरिज करवा देगा। कुछ देर बाद अली को बुलाने के लिए कहा। भाई ने बोला कि शादी की बात करनी है। इतनी रात में बुलाने की वजह पूछी तो बोला कि बड़े भाई आ रहे हैं। इस पर मैंने अली को कॉल करके बुला लिया। ये भी दिमाग में नहीं आया कि एक बार बड़े भाई से बात कर लें। गली में लाइट बंद करके लोहे के दुरमुट से मारा युवती ने वीडियो में बताया कि अली बुलाने पर घर आ गया। भाई हिमलयन अपने दोस्तों के साथ उसे एक गली में ले गया। वहां पर गली की लाइट बंद कर दी। भाई ने अपने साथियों के साथ उसके ऊपर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। अली वहीं पर गिर गया। इसके बाद गिट्टी बराबर करने वाले दुरमुट और ईंटों से सिर पर मारा। उसका सिर बुरी तरह कूच दिया। पैर की और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी। अली जान छोड़ने के लिए विनती करता रहा, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा और वे लगातार वार करते रहे। युवती बोली- हिंदू-मुस्लिम क्या होता है? युवती ने कहा कि आखिर ये हिंदू-मुस्लिम क्या होता है? अगर शादी नहीं करानी थी तो नहीं कराते। किसी की जान लेने का हक किसी को नहीं है। आजकल हिंदू-मुस्लिम कुछ ज्यादा चल रहा है? आखिर अली ने क्या गलत किया था सिर्फ प्यार ही तो किया था। इससे ज्यादा कोई गुनाह नहीं किया था। इतना अच्छा लड़का था। उसे बेहरमी से मार दिया। ‘बचाने के लिए भागी तो मां ने रोका’ युवती ने कहा कि जिस वक्त अली की हत्या की जा रही थी। उसकी चीख सुनकर वह बचाने के लिए घर से भागी, लेकिन मां ने उसे रोक लिया। उन्हें लगा कि कहीं उसको भी न मार दें। मां से बोलती रही कि छोड़ दो, लेकिन नहीं छोड़ा। इसके बाद पुलिस और अली के पिता को कॉल करके बताया। उन्हें बोला कि जल्दी आ जाइए। यहां पर अली को बहुत ज्यादा मारा गया है। जब सब लोग पहुंचकर उसे अस्पताल ले गए। तब तक उसने दम तोड़ दिया था। इतनी दर्दनाक मौत दी गई जो भगवान किसी को न दें। 10-12 लोग में सिर्फ तीन लोग पर कार्रवाई युवती ने बताया कि घटना के वक्त भाई हिमलयन, चाची का लड़का सौरभ और सोनू के साथ कई अन्य दोस्त भी थे। सभी को अली को मारते हुए देखा था। अब चाची उल्टा धमकी दे रही हैं कि अगर तीन महीने में सौरभ नहीं छूटा, तो सबको फंसा देंगी। घटना के वक्त चाची तमाशा देख रही थी। उस समय रोक लेती तो शायद अली की जान बच जाती, लेकिन उन्होंने साथ दिया। सौरभ को रोकने की कोशिश नहीं की। अली के माता-पिता की कमाई चली गई युवती ने बताया कि जिसने अपना बेटा खोया है, उससे पूछो क्या दर्द होता है? उनकी सालों की कमाई चली गई। उसकी मां आज भी अली को याद करके रोती है। मेरी जिंदगी बर्बाद करते अली का परिवार क्यों बर्बाद कर दिया? जिंदगी भर शादी न करते, लेकिन उसको मारने से क्या मिल गया? जिंदगी भर के लिए आंसू दे दिए। जो भी पकड़े गए थे उनसे उगलवाते कि घटना में और कौन-कौन शामिल था? अली ने कभी दबाव नहीं बनाया मिलने के लिए युवती ने बताया कि घटना के बाद कुछ ऐसी वीडियो आई जिसमें बोला गया कि अली मिलने के लिए फोर्स करता था। ऐसा कुछ नहीं था। उसने कभी कुछ गलत नहीं किया। हम चार साल से साथ थे। काफी अच्छे रिश्ते थे। हमारे बीच कभी लड़ाई नहीं हुई। अगर अली में कमी होती तो इतनी रात को बुलाने पर नहीं आता। उसको यही बोलकर बुलाया था कि शादी की बात करनी है। शादी नहीं करनी होती तो क्यों आता? उसने अपनी मोहब्बत का साबूत दिया है। एक मामूली लड़की के लिए अपनी जान दे दी। भाई और उसके साथियों को फांसी की सजा मिले युवती ने कहा कि अब बस सरकार से यहीं विनती है कि जैसे अली तड़पकर मरा है, वैसे ही भाई और अन्य आरोपियों को भी फांसी की सजा मिले। उम्र कैद हुई तो जिंदगी भर जिंदा रहेंगे। अली को तो जन्नत नसीब हो गई। उसने कभी कोई बुरा काम नहीं किया। उसको चोर-चोर कहकर मारा। आखिर कोई चार लाख की गाड़ी से चोरी करने आएगा। अगर इंसाफ नहीं मिला तो गलत होगा। अली को तब तक शांति नहीं मिलेगी जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलेगी। ————– संबंधित खबर भी पढ़िए… लखनऊ में भाई ने बहन के प्रेमी को मार डाला:शादी की बात के बहाने घर बुलाया, दोस्तों के साथ मिलकर की हत्या लखनऊ में भाई ने दोस्तों के साथ मिलकर बहन के प्रेमी को पीट-पीटकर मार डाला। मृतक का आरोपी की बहन से पिछले चार सालों से अफेयर था। इससे नाराज भाई ने युवक को शादी की बात करने के बहाने से घर बुलाया। इसके बाद ईंट से कई वार कर सिर फोड़ दिया। पूरी खबर पढ़ें