अमृतसर का ऐतिहासिक और प्रमुख इलाका रामबाग, जिसे आमतौर पर ‘कंपनी बाग’ कहा जाता है, आजकल बुरी हालत में है। समाजसेवी पवनदीप शर्मा ने इलाके की सैर के दौरान कहा कि यह वही जगह है जहां कभी महाराजा रणजीत सिंह जी ने गुरु रामदास जी की याद में इस बाग को बनवाया था, लेकिन आज यह जगह कूड़े के ढेर में बदल चुकी है। उन्होंने बताया कि कंपनी बाग एक विरासती (ऐतिहासिक) स्थल है, जहां रोज हजारों लोग टहलने, व्यायाम करने और सेहत सुधारने के लिए आते हैं, लेकिन अब यहां चारों तरफ सिर्फ गंदगी दिखाई देती है। नगर निगम अमृतसर और दूसरी एजेंसियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा, अमृतसर शहर को कूडे के ढेर में बदल दिया गया है, और कोई भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहा है। दिवाली से पहले गंदगी पर तंज पवनदीप ने बताया कि पहले निगम द्वारा कचरा उठाने का शुल्क 50 रुपये था, जिसे अब 100 रुपये कर दिया गया है, और ऊपर से लोगों को फर्जी रसीदें दी जा रही हैं। तंज कसते हुए कहा, दिवाली आने वाली है, जब अमृतसर की रोशनी पूरी दुनिया में मशहूर होती है, लेकिन इस बार लगता है कि अमृतसर का कूडा ही दुनिया में मशहूर हो जाएगा। सरकार से सफाई की अपील उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की है कि कम से कम ऐतिहासिक और धार्मिक जगहों की सफाई कराई जाए, ताकि लोगों को दिवाली पर कूड़े के रूप में तोहफा न मिले। शर्मा ने यह भी चेतावनी दी कि इस गंदगी के कारण लोगों में सांस की बीमारी, एलर्जी और जलन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आखिर में कहा, सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।