मेरठ में मंगलवार शाम गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई। जब कुछ लोग एक युवक को कार में डालकर ले गए। युवक ने शोर मचाया तो परिजन बाहर आ गए। लोगों ने कार को रोकने की कोशिश की। कार सवारों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और गाड़ी तेज़ी से भगा ले गए। परिजनों को बेटे की चिंता सता रही है। गांव में चर्चा है कि युवक को जबरन ले जाया गया है। परिजन किसी अनहोनी की आशंका जता रहे हैं। घर के बाहर आई कार, युवक को बुलाया बाहर स्याल गांव निवासी मनोज बिधूड़ी अपने परिवार के साथ रहते हैं। मंगलवार शाम करीब 5 बजे उनके घर के बाहर एक वैगनआर कार आकर रुकी। कार में तीन से चार लोग बैठे थे। इनमें से एक व्यक्ति ने उनके बेटे हर्ष को नाम लेकर पुकारा। हर्ष जैसे ही बाहर आया, कार के पास खड़े लोगों ने उसे पकड़ लिया। शोर मचाया तो भाग निकले हर्ष ने शोर मचाया तो घरवाले बाहर दौड़े। उन्होंने विरोध किया। इतने में कार सवारों ने कहा कि वे पुलिस से हैं। इसके बाद वे युवक को लेकर कार तेज़ी से दौड़ा ले गए। घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। घटना के कुछ ही देर बाद परिजन और ग्रामीण भावनपुर थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस से युवक के बारे में जानकारी ली, लेकिन थाने में हर्ष की कोई जानकारी नहीं मिली। इससे परिजनों की चिंता और बढ़ गई। गांव में चर्चा फैल गई कि युवक को जबरन ले जाया गया है। पिता ने सोशल मीडिया पर डाला वीडियो घटना के करीब एक घंटे बाद भी जब हर्ष की कोई खबर नहीं मिली तो पिता मनोज बिधूड़ी ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो में उन्होंने कहा, हर्ष को कुछ लोग अपने साथ ले गए हैं। उन्होंने खुद को पुलिस बताया। हमें डर है कि कहीं उसके साथ कुछ गलत न हो जाए। हर्ष कोई गलत काम नहीं करता। वह घर पर रहकर खेती में मदद करता है। वहीं इस मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि परिजनों की तहरीर मिल चुकी है। मामले की जांच की जा रही है। युवक की तलाश जारी है।