बकाया धनराशि जमा न करने पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने राप्तीनगर आवासीय योजना के लगभग एक दर्जन आवंटियों का आवंटन निरस्त कर दिया था। उन्हें मकान खाली करने को कहा गया था लेकिन मकान खाली नहीं किए गए थे। जिसके बाद प्राधिकरण की टीम मंगलवार को मकान खाली कराने पहुंच गई। त्योहारों के बीच मकान खाली करने की बात पता चली तो इन परिवारों में हड़कंप मच गया। मकान में रह रहे लोगों ने अनुरोध किया कि उन्हें दीपावली तक का समय दे दिया जाए। टीम ने उन्हें दीपावली तक रहने का समय दे दिया है। प्राधिकरण ने 56 एकड़ में राप्तीनगर आवासीय योजना प्रथम चरण विकसित किया था। कई आवंटियों ने अपना बकाया पैसा जमा नहीं किया था। ब्याज के साथ यह धनराशि लाखों में पहुंच गई है। पैसा जमा न करने पर प्राधिकरण की ओर से नोटिस जारी किया गया। नोटिस के बाद भी जब पैसा जमा नहीं किया गया तो प्राधिकरण ने आवंटन निरस्त कर दिया। राप्तीनगर में ही लगभग एक दर्जन लोगों के आवास का आवंटन निरस्त किया गया है। आवंटन निरस्त होने के बाद भी नहीं किया गया कब्जा मुक्त
आवंटन निरस्त होने के बाद भी लोगों ने अपने आवास को खाली नहीं किया था। कई बार कहने के बाद भी जब आवास खाली नहीं किए गए तो प्राधिकरण की टीम वहां पहुंच गई। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनन्द वर्द्धन के निर्देश पर मुख्य अभियंता किशन सिंह के नेतृत्व में टीम वहां पहुंची थी। अधिशासी अभियंता प्रवीण गुप्ता, सहायक अभियंता एके तायल ने आवंटियों को बताया कि उनके आवंटन निरस्त हो चुके हेँ। वे अपना मकान खाली कर दें। मकान खाली करने की बात सुनकर लोगों में हड़कंप मच गया। कुछ लोगों ने इस बात का विरोध भी किया लेकिन नियमों का हवाला देते हुए उन्हें शांत करा दिया। इसके बाद आवंटी बैकफुट पर आ गए। उन्होंने कहा कि पूरा परिवार दीपावली मनाने की तैयारी कर रहा है। इस समय मकान खाली न कराया जाए। उन्होंने दीपावली तक छूट देने की मांग की। जिस पर प्राधिकरण के अधिकारियों ने दीपावली तक आवास में रहने का अवसर दे दिया। इसके बाद आवास खाली करा लिए जाएंगे। टीम में अवर अभियंता संजय गुप्ता, तकनीकी सहायक सुमित सिंह, साजिद अली, आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव एवं थाने की पुलिस व पीएसी के जवान उपस्थित रहे।