बुधवार रात 1 बजे- महागठबंधन के नेताओं की देर रात तक बैठक चली, लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बन पाई। गुरुवार सुबह- मुकेश सहनी ने अपना फोन बंद कर लिया, महागठबंधन के कई नेता उनसे संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। दोपहर 10 बजे- अचानक मुकेश सहनी की तरफ से 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई। दोपहर 11 बजे- वीआईपी की तरफ से बताया गया कि मुकेश सहनी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का फोन आया है, इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस 12 बजे से बढ़ाकर 2 कर दी गई है। दोपहर-12.30 बजे- प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए वीआईपी के नेता आपस में उलझ गए। दोपहर 1.30 बजे- वीआईपी के नेता डॉ. सुनील सामने आए और कहा कि, सीटों को लेकर बात चल रही है। अब 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बढ़ाकर 6 बजे कर दिया गया। शाम 6 बजे- प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया। बताया कि आगे जब होगी तो आपको बताएंगे। ये पूरा घटनाक्रम बताने के लिए काफी है कि महागठबंधन में सबकुछ सही नहीं चल रहा है। मुकेश सहनी के कारण कल फर्स्ट फेज के नॉमिनेशन का आखिरी दिन है और महागठबंधन की तरफ से अब तक अपनी-अपनी सीटों की घोषणा तक नहीं की गई है। महागठबंधन की पार्टियां 11 सीटों पर एक-दूसरे का दावा कर रही हैं। सहनी को कौन सी सीट मिलेगी, ये तेजस्वी और राहुल स्पष्ट नहीं कर रहे, इसलिए पेंच फंसा हुआ हैं। वहीं दूसरी तरफ NDA के सभी सहयोगी दलों में ना सिर्फ सीटों की घोषणा कर दी है। बल्कि उनपर अपने कैंडिडेट भी उतार दिए हैं। सवाल ये की VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी नाराज क्यों हैं? मुकेश सहनी की नाराजगी के 3 कारण जानिए… 1- कांग्रेस बता नहीं रही VIP की सीटें VIP के एक नेता ने मुकेश सहनी की नाराजगी पर भास्कर को बताया कि दिल्ली में सहनी और कांग्रेस के टॉप लीडर की बात हुई थी। इसमें आपसी सहमति बनी थी कि VIP को कांग्रेस के कोटे से 8 सीटें और राजद के कोटे 10 सीटें दी जाएंगी। लेकिन अभी तक कांग्रेस की तरफ से ये स्पष्ट नही किया गाय है कि वे अपने कोटे की कौन सी 8 सीटें छोड़ रही है। मुकेश सहनी की नाराजगी का सबसे बड़ा कारण इसी को बताया जा रहा है। सहनी को लग रहा है कि आखिरी समय में उन्हें दीघा और बांकीपुर जैसी हारी हुई सीटें मिलेंगी। 2. CM और डिप्टी CM के नाम का ऐलान करे कांग्रेस मुकेश सहनी की दूसरी नाराजगी सीएम और डिप्टी सीएम के नाम को लेकर है। शुरुआती विरोध के बाद महागठबंधन में 3 डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय हुआ था, लेकिन अभी तक कांग्रेस ने सीएम फेस के लिए तेजस्वी यादव के नाम पर अपनी सहमति नहीं दी है। कांग्रेस लगातार कहते आ रही है कि चुनाव के बाद सीएम फेस तय किया जाएगा। जबकि मुकेश सहनी लगातार इस बात को दोहरा रहे हैं कि चुनाव से पहले तेजस्वी यादव को सीएम और उन्हें डिप्टी सीएम का चेहरा घोषित किया जाए। 3. अपनी सीट बदले से भी खफा हैं मुकेश सहनी मुकेश सहनी ने 2020 का विधानसभा का चुनाव सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर सीट से लड़ा था। तब वे NDA में शामिल थे। वो राजद के सलाउद्दीन से चुनाव हार गए थे। सलाउद्दीन कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे महबूब अली कैसर के बेटे हैं। अब तेजस्वी अपनी इस सिटिंग सीट को नहीं छोड़ना चाहते हैं। जबकि मुकेश सहनी एक बार फिर से यहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं। महागठबंधन के जातीय कॉम्बिनेशन के लिहाज से ये एक विनिंग सीट है। यहां मुस्लिम और यादव निर्णयक भूमिका में हैं। जबकि तेजस्वी की तरफ से मुकेश सहनी को दरभंगा के गौड़ा बौरम विधानसभा सीटी से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा रहा है। ये विधानसभा मुकेश सहनी के गृह क्षेत्र में पड़ता है। मुकेश सहनी का घर दरभंगा के विरोल थाना क्षेत्र के सुपौल बाजार में पड़ता है। लेकिन सहनी यहां से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि सहनी कहां से चुनाव लड़ेंगे। तेजस्वी की तरफ से सहनी को ये ऑफर मिला है शुरुआती बातचीत के तहत महागठबंधन को 22-25 सीटें मिल सकती हैं। इसमें फॉर्मूला ये तय हुआ है कि कांग्रेस की 8 सीटें और राजद की 10 सीटें सहनी को दी जाएंगे। इसके अलावा फर्स्ट फेज में अपने 4 कैंडिडेट को तेजस्वी वीआईपी के सिंबल पर उतारेंगे। इसके अलावा दूसरे फेज में भी राजद अपने तीन कैंडिडेट को वीआईपी के सिंबल पर उतार सकती है। इसी फॉर्मूले के तहत महागठबंधन में मुकेश सहनी की सीटें आवंटित की गई हैं। VIP 40 से 14 सीटों पर आई, फिर भी नहीं बनी बात वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने पहले 40 सीटों की मांग की थी। बाद में 20, और अब 14 सीटों पर तैयार हैं। बावजूद इसके विवाद नहीं सुलझा। वह डिप्टी सीएम की घोषणा पर अड़े हैं। वे सीटें जिन पर अलग-अलग पार्टी दावा कर रहे हैं राजद-कांग्रेस जाले: कांग्रेस की सीट 2020 में डॉ. मशकूर अहमद उस्मानी कांग्रेस से लड़े थे। इस बार तेजस्वी यादव ने स्व. ललित नारायण मिश्र के पोते, पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा को टिकट देने का वादा किया है। वैशाली: कांग्रेस की सीट पिछली बार ई. संजीव सिंह लड़े थे, जो डी.के. शिव कुमार के करीबी हैं। इस बार तेजस्वी ने अजय कुशवाहा को राजद में शामिल कर उम्मीदवार बनाया है। लालगंज: कांग्रेस की सीट पिछली बार अनुग्रह नारायण सिंह परिवार के राकेश कुमार उर्फ पप्पू लड़े थे। इस बार राजद, मुन्ना शुक्ला की बेटी को टिकट देने की तैयारी में है। वारिसलीगंज: कांग्रेस की सीट पिछली बार सतीश उर्फ मंटन सिंह लड़े थे। अब राजद, अशोक महतो की पत्नी को उम्मीदवार बना रहा है। नरकटियागंज राजद यादव उम्मीदवार देना चाहता है, जबकि कांग्रेस ब्राह्मण उम्मीदवार पर अड़ी है। पिछली बार कांग्रेस के विनय वर्मा लड़े थे। राजद-वीआईपी किस पर दावा कर रहे गौराबौराम और सिमरी बख्तियारपुर पिछली बार सिमरी बख्तियारपुर से वीआईपी के मुकेश सहनी, राजद के युसुफ सलाउद्दीन से हारे थे। इस बार राजद ने सलाउद्दीन को फिर सिंबल दिया है। मुकेश सहनी खुद लड़ना चाहते हैं। गौराबौराम में अपने भाई को उतारने की तैयारी में हैं। कांग्रेस-सीपीआई बछवाड़ा: सीपीआई के अवधेश राय और कांग्रेस के शिव प्रकाश गरीबदास दोनों ने नामांकन किया है। पिछली बार शिवप्रकाश निर्दलीय और अवधेश राय सीपीआई से लड़े थे। कांग्रेस-सीपीएम मटिहानी: पिछली बार सीपीएम के राजेंद्र प्रसाद सिंह उम्मीदवार थे। इस बार वे फिर नामांकन करेंगे। वहीं, राजद से सिंबल लेकर बोगो सिंह पहले ही नामांकन कर चुके हैं। कांग्रेस-माले राजगीर: माले ने अपनी औराई सीट छोड़कर राजगीर मांगी है। कांग्रेस भी यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पिछली बार कांग्रेस के रवि ज्योति कुमार लड़े थे। राजद-सीपीआई
बहादुरपुर: राजद ने भोला यादव को सिंबल दिया है। सीपीआई भी इस सीट से लड़ने पर अड़ी हुई है। NDA की सीटें बंट गई, महागठबंधन ही विकल्प तेजस्वी की तरफ से मुकेश सहनी को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर महागठबंधन में रहना है तो उन्हें उनकी शर्तों पर ही चुनाव लड़ना होगा। मुकेश सहनी भी अब अगर गठबंधन में रहकर चुनाव लड़ना चाहते हैं तो महागठबंधन के अलावा अब उनके पास कोई ऑप्शन नहीं है। एनडीए की तरफ से सीटों के बंटवारे के साथ सभी पार्टियों की तरफ से अपनी सभी सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी गई है। सहनी का विकल्प तेजस्वी ने तैयार रखा है तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी का विकल्प तैयार कर लिया है। अगर मुकेश सहनी गठबंधन से बाहर निकलते हैं तो इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के आईपी गुप्ता को गठबंधन में EBC के तौर स्थापित किया जा सकता है। दोनों के बीच 4 दिन पहले मुलाकात भी हो गई है। मुकेश सहनी राजनीति में आने से पहले फिल्मों में सेट डिजाइन करते थे 2018 में मुकेश सहनी ने विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP बनाई थी —————- ये खबर भी पढ़िए… क्या मान गए सहनी, पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल:इससे पहले 2 बार PC का समय बढ़ाया; VIP नेता बोले- सीटों को लेकर बातचीत जारी महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। मुकेश सहनी सीट बंटवारे से खुश नहीं हैं। वे 8 सीटों पर अड़े हुए हैं, लेकिन ये सीटें उन्हें कौन देगा ये साफ नहीं हो पा रहा है।मुकेश सहनी ने शाम 6 बजे जो प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी उसे कैंसिल कर दिया गया है। पहले ये प्रेस कॉन्फ्रेंस 12 बजे बुलाई गई थी। इसके बाद इसका समय बढ़ाकर शाम 4 बजे कर दिया गया। अब इसे इसका समय शाम 6 बजे किया गया था। इन सबके बीच VIP प्रवक्ता डॉ. सुनील कुमार मीडिया के बीच आए और कहा- ‘सीटों को लेकर मामला फंसा हुआ है। नेता आपस में बातचीत कर रहे हैं। आशा करते हैं कि महागठबंधन में सब ठीक होगा। जल्दी ही हमारे नेता सामने आकर आपको सभी बातों की जानकारी देंगे। अभी बातचीत चल रही है।’ पूरी खबर पढ़िए