लुधियाना एक बार फिर जगमगाने को तैयार है। धनतेरस और दिवाली की रौनक से बाज़ारों में रौनक लौट आई है। भले ही सोने-चांदी के दाम आसमान छू रहे हों लेकिन लुधियानवी दिलों का उत्साह कीमतों से बड़ा है।शहर के प्रमुख सर्राफ़ा बाजारों चौड़ा बाज़ार और सिविल लाइंस में गुरुवार को भीड़ नजर आई। कई दुकानदारों ने बताया कि छोटे सिक्के चांदी की पायलें और हल्के डिज़ाइन के आभूषण इस बार ज्यादा बिक रहे हैं। सोने की तेज़ी ने बढ़ाई चिंता,पर परंपरा निभा रहे लोग लुधियाना ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन मनोज ढांडा ने कहा धनतेरस पर सोना खरीदना भारतीय परंपरा का हिस्सा है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन की गई खरीदारी शुभ और कई गुना फलदायी होती है। इस बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की तेजी है जिससे खरीद की मात्रा भले घटी हो लेकिन लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है। हमारा लोगो को अपील करते है की बजट छोटा हो तो भी खरीदारी जरूर करें। शुभता ही सबसे बड़ी दौलत है। क्रॉकरी और गिफ्ट्स की बढ़ी मांग सोने-चांदी की ऊंचाई के बीच इस बार क्रॉकरी झाड़ू और गिफ्ट आइटम्स की बिक्री ने बाजार में नई जान फूंक दी है।घुमार मंडी स्थित चौधरी क्रॉकरी के मालिक महेश कुमार जी जो पिछले 70 साल से इस परंपरा के साक्षी हैं, ने कहा धनतेरस पर हर घर में नए बर्तन या झाड़ू ज़रूर लेते है। यही असली शुभ शुरुआत मानी जाती है। इस बार भी लोग पूरे जोश से खरीदारी कर रहे हैं। भीड़ से बचने के लिए मैंने ग्राहकों से अपील की है कि एक-दो दिन पहले ही खरीदारी कर लें क्योंकि त्योहार का असली भाव सबसे बड़ा शुभ मुहूर्त होता है। मिठाइ दुकानदारों की तैयारी पूरी त्योहारी मिठास को बढ़ाने के लिए लायलपुर स्वीट्स ने इस बार नई रेंज लॉन्च की है।मालिक कपिल खरबंदा ने कहा लुधियाना के लोग त्योहारों को दिल से मनाते हैं। हमने दिवाली और धनतेरस के लिए स्पेशल मिठाइयां तैयार की हैं ताकि शहर का हर परिवार अपनी खुशियों को दोगुना कर सके। हमें उम्मीद है कि इस बार की मिठास हर घर तक पहुंचेगी।