‘हमने तस्वीर देखकर दुल्हन पसंद की। शादी होने के बाद करवाचौथ पर उसने मेरा चेहरा देखकर व्रत तोड़ा। अगली सुबह जब उठे तो दुल्हन गायब थी। वो रुपए और जेवर के साथ मेरी इज्जत भी ले गई।’ ये बताते हुए अलीगढ़ के रनवीर परेशान हो जाते हैं। वह कहते हैं, सिर्फ हमारे साथ ऐसा नहीं हुआ, 1-1 करके 11 और केस सामने आए। पुलिस ने 4 मामलों की FIR लिखी, बाकी केस इन्हीं में शामिल किए गए। अब तक की जांच में 3 फैक्ट सामने आए- 1. सभी 12 शादियां एक बिचौलिए मुकेश गुप्ता उर्फ चुम्मा ने कराई थीं। ये शादियां 8 और 9 अक्टूबर को अलीगढ़ में कराई गई। 2. सभी लड़कियां बिहार की थीं, उन्हें यहां लाकर शादी करवाई गई। 3. सभी दुल्हनें करवाचौथ का व्रत रखने के बाद ही ‘गायब’ हो गईं। 11 अक्टूबर को पहली FIR लिखी गई। पुलिस मुकेश उर्फ चुम्मा को ढूंढ रही रही थी, ताकि बिहार के असली सोर्स तक पहुंचा जा सके। उससे पहले मुकेश गुप्ता ने 14 अक्टूबर को अलीगढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जहां से उसको जेल भेज दिया गया। इस चौंकाने वाले मामले के बाद ‘दैनिक भास्कर’ ने ऐसे 2 परिवारों से संपर्क किया। अलीगढ़ से 40 Km दूर इगलास में ये परिवार मिले। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
केस 1. रनवीर मेरी मां बुजुर्ग, देखभाल के लिए बहू लाना चाहते थे, अब सब खो दिया
हम सबसे पहले गांव भौरा में रहने वाले रनवीर सिंह से मिले। भौरा गांव में रनवीर का परिवार बहुत सामान्य है। लड़की कैसे पंसद की? इसी सवाल से बातचीत की शुरुआत हुई। रनवीर ने बताया- मेरी मां बुजुर्ग हैं, इसलिए समाज में ज्यादा आना-जाना नहीं होता था। मैं अपनी शादी के लिए लड़की खोज रहा था, ताकि मां की देखरेख हो सके। 3 महीने पहले गांव में रहने वाले मुकेश गुप्ता उर्फ चुम्मा मेरे घर आए। उसने मेरी मां से कहा- तुम्हारे लड़के की शादी हम करा देंगे। जैसी लड़की चाहिए, हम वैसी ही आपको देंगे। तस्वीर देखकर लड़की पसंद कीजिए। जो लड़की पसंद होगी, उसी से शादी होगी। मुकेश के पास कई लड़कियों की तस्वीरें थीं। उसने हमें कई तस्वीर दिखाई, इन्हें देखकर एक लड़की पसंद की। उसने कहा कि लड़की बिहार की है। अगर बिहार चलकर लड़की लाओगे तो सिर्फ 1 लाख रुपए देने होंगे। अगर लड़की को यहीं बुलाओगे तो 1.20 लाख रुपए देने पड़ेंगे। इसके बाद सभी लोग लड़की को अलीगढ़ बुलाने पर राजी हो गए। बाद में मुकेश गुप्ता उर्फ चुम्मा ने बताया कि आपके जैसे 11 परिवार और हैं। हमें इस तरह से कोई दिक्कत नहीं थी। 7 अक्टूबर को इगलास के एक मकान में 12-15 लड़कियां को हमारे परिवारों के सामने लाया गया। इन लड़कियों को अनीता नाम की महिला लेकर आई थी। हमने यहां देखा कि कुल 12 लड़के भी थे। हम लोगों ने लड़कियों को पसंद किया। फिर 9 अक्टूबर को हमारी शादी हुई। 10 अक्टूबर को करवाचौथ मनाया। विधि विधान से पूजा की। मेरी पत्नी पूरे दिन निर्जल व्रत रही थी। कभी ऐसा नहीं लगा कि उसको कोई परेशानी भी हो सकती है। हम लोग हंसते-मजाक करते हुए उस रात सो गए। अगले दिन में सुबह उठा, तो दुल्हन नहीं थी। पूरे घर में ढूंढ़ा, फिर सब जगह पता किया। वो कहीं नहीं मिली। फिर हम पुलिस के पास गए।
केस 2. प्रवीण हमारे गांव में 9 शादियां बिहार की लड़कियों से ही हुईं
हम इसी भौरा गांव के रहने वाले दूसरे पीड़ित प्रवीण से मिले। प्रवीण कुमार ने बताया- जैसा पूरा मामला हुआ है, ऐसा लगता है कि आरोपियों ने हम लोगों को पहले ही चिन्हित कर लिया था। रनवीर की तरह हमारे घर में कोई देखरेख करने वाला नहीं था। मेरे घर पर भी सिर्फ मेरे बुजुर्ग पिता हैं, जो चल फिर नहीं सकते हैं, इसलिए मुकेश गुप्ता ने मेरे पिता से बात की। बताया- मेरे गांव में इसी तरह की 9 लोगों की शादियां हुई हैं। सभी लड़कियां बिहार की ही हैं। इसलिए हमने भी हामी भर दी थी। मगर मुझे नहीं पता था कि मेरे साथ इस तरह की ठगी हो जाएगी। मेरी पत्नी 3 लाख की कीमत के जेवर भी ले गई। केस 3. प्रतीक मेरे साथ धोखा हुआ, वो छत से साड़ी बांधकर नीचे उतरकर भाग गई
इसके बाद हमारी मुलाकात इगलास कस्बा के प्रतीक शर्मा से हुई। प्रतीक अलीगढ़ शहर की एक फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया- मुकेश गुप्ता ने मुझसे 1.20 लाख रुपए लिए थे। उसने कहा था कि लड़कियों की फोटो दे देंगे। इसके अलावा लड़कियां देखकर भी पसंद कर सकते हो। लड़कियों को बिहार से यहीं बुला देंगे। ताकि पूरा परिवार देख सके। जब लड़की पसंद आ जाए तो शादी कर लेना। हम लोग तैयार हो गए। प्रतीक ने बताया कि 9 अक्टूबर को श्रद्धा नाम की लड़की से मेरी शादी कराई गई। शादी के बाद वह दुल्हन बनकर मेरे घर पहुंची। 11 अक्टूबर की सुबह देखा तो श्रद्धा गायब थी। पूरा घर खोजा, कहीं नहीं मिली। फिर मैं छत पर गया तो देखा कि साड़ी का एक हिस्सा ऊपर बंधा हुआ था, दूसरा नीचे लटक रहा था। तब पता चला कि मेरे साथ धोखा हुआ है। वह छत से कूद कर पैसे और जेवर लेकर भाग गई। केस 4 प्रेम कुमार
घर का दरवाजा खोलकर भाग गई सुनीता, जेवर भी ले गई
भौरा गांव में हमारी मुलाकात प्रेम कुमार से हुई। उन्होंने कहा- मैं अपने गांव में मजदूरी करता हूं। दलाल मुकेश ने मेरे पिता से 1 लाख रुपए लिए थे। मरी शादी 8 अक्टूबर को इगलास के एक मंदिर में मनीषा उर्फ पारुल नाम की युवती से कराई गई। 10 अक्टूबर को कोर्ट में शादी रजिस्टर्ड हुई। रात में करवाचौथ का व्रत खुलवाया। वह बेहद खुश थी। पता नहीं रात में क्या हुआ। मनीषा रात 3:40 बजे घर का दरवाजा खोलकर भाग गई। वह जेवर और पैसे भी ले गई। CCTV में घर से भागती दिख रहीं लड़कियां एक सीसीटीवी भी सामने आया है, जिसमें देर रात लगभग 3:17 बजे लड़कियां घर से निकलकर फरार होती नजर आ रही हैं। पीड़ितों ने यह सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस जांच में सामने आया कि 12 दुल्हनों में से सिर्फ एक दो लड़कियों के आधार कार्ड ही पीड़ितों के पास मिले थे। जिन्हें पुलिस ने पीड़ित परिवारों से ले लिया है। पता चला कि आधार कार्ड पर लिखे नाम और पते फर्जी हैं। अब पुलिस मामले क जांच कर रही है। तीन महीने पहले शुरू हुआ था खेल
ठगी का शिकार हुए लड़कों ने बताया कि मुकेश गुप्ता उर्फ चुम्मा ने भी बिहार से लड़की लाकर खुद की शादी की है। उस समय उसने 50 हजार रुपए खर्च किए थे। इसके बाद उसने गांव में 8 और लोगों की शादियां कराईं। ये सभी लड़कियां अपने परिवार के साथ रह रही हैं। इन सब बातों से लोगों को मुकेश पर विश्वास हो गया। बताया कि आरोपी मुकेश गुप्ता तीन महीने से ऐसे लोगों को तलाश रहा था। उसने तीन महीने में 12 लोगों को शादी करने के लिए तैयार कर लिया। शादी कराने का वादा कर उनसे पैसे भी ले लिए। पीड़ित लड़कों में 10 लोग अलीगढ़ के इगलास और सासनी गेट क्षेत्र के रहने वाले हैं। अब जानिए सभी लड़कियां घरों से क्यों भागीं? मुकेश ने पैसे लूटने की बनाई थी योजना
सूत्र बताते हैं कि मुकेश ने लड़कियों को जिस घर में रुकवाया था, वह उसके दोस्त का है। 12 लड़कियों की शादी होने के बाद 10 अक्टूबर की शाम मुकेश ने अपने दोस्त को फोन किया। जिस समय उसने फोन किया तो उस समय उसके दोस्त के पास अनीता भी बैठी हुई थी। उसने फोन को स्पीकर पर किया हुआ था। मुकेश ने शादी के लिए दी गई रकम अनीता से लूटने की योजना बनाई। जिसके बारे में वह अपने दोस्त से बात कर रहा था, इधर अनीता सब सुन रही थी। बताया जाता है कि आरोपी मुकेश के दोस्त ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसके बाद रात में अनीता ने सभी लड़कियों को फोन किया। देर रात सभी लड़कियां घर से बाहर आ गईं और एक सफेद कार से फरार हो गईं। दलाल मुकेश ने कोर्ट में सरेंडर किया, भेजा गया जेल
2 पीड़ित हाथरस जिले के रहने वाले हैं। मामले में चार लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया है। ये परिवार पूर्व मेयर शकुंतला भारती से मिले। न्याय की मांग की। मामले में केस दर्ज होने के बाद मुकेश ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। एसएसपी नीरज जादौन ने बताया- जिन पीड़ितों की शिकायतें मिलीं, उनके मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। अन्य पीड़ितों से भी संपर्क किया जा रहा है। सभी 12 लड़कियों की तलाश की जा रही है। जरूरत पड़ने पर टीम को बिहार भी जांच के लिए भेजा जाएगा। जल्दी ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ……….. ये पढ़ें – पूर्व DGP के वकील बेटे की दवा ओवरडोज से मौत, परिवार को बेसुध मिले; मां पंजाब में मंत्री रहीं, लाश सहारनपुर लाई गई सहारनपुर के रहने वाले पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील की दवा की पंचकूला में ओवरडोज लेने के कारण मौत हो गई। घटना गुरुवार रात को हुई। पुलिस को दिए गए बयान में परिवार के सदस्यों ने बताया कि 35 साल के अकील ने गुरुवार को किसी दवा का सेवन किया था। परिवार के लोगों को वे बेसुध हालत में मिले। पढ़िए पूरी खबर…