चंडीगढ़ में थार के हिट एंड रन केस के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने सगी बहनों को कुचला था। जिससे छोटी बहन की मौत हो गई जबकि बड़ी की हालत स्थिर बनी हुई है। वह अभी भी अस्पताल में भर्ती है। पकड़ा गया आरोपी नेरोशप्रीत सिंह है। वह लॉ का स्टूडेंट है। उसके पिता पंजाब में ही तहसीलदार है। पुलिस हादसे वाली लाल रंग की थार (CH01CG9000) को पहले ही जब्त कर चुकी है। थार के पहले से ही डेंजर ड्राइविंग के 14 चालान कटे हैं। इस मामले में कार्रवाई में लापरवाही बरतने पर सेक्टर 45 की बुड़ैल पुलिस चौकी इंचार्ज गुरजीवन सिंह को हटा दिया गया है। उसकी जगह सब इंस्पेक्टर नवीन को इंचार्ज लगाया गया है। यह हादसा बुधवार दोपहर में हुआ था। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा भी किया था कि पुलिस थार वाले को बचाने की कोशिश कर रही है। 2 दिन पहले हुआ था हादसा
चंडीगढ़ के सेक्टर 46 में 2 दिन पहले दोपहर करीब 3 बजे एक लाल रंग की थार ने बुड़ैल की रहने वाली सोजेफ और उसकी छोटी बहन ईशा को कुचल दिया था। इसके बाद आरोपी थार समेत मौके से फरार हो गया। दोनों बहनों को तुरंत सेक्टर 32 के अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां सोजेफ को मृत घोषित कर दिया गया। पिता सावेद ने बताया था कि मृतका बेटी सोजेफ की उम्र 22 साल थी। वह सेक्टर-46 के देव समाज कॉलेज में BA की स्टूडेंट थी। इसके अलावा सेक्टर 46 में ही ब्यूटी पार्लर का काम सीख रही थी ईशा बड़ी बेटी है। उसकी उम्र 24 साल है। थार के कुचलने से रोड पर इस हालत में पड़ी थी बहनें… पिता ने कहा था- चंडीगढ़ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही
सगी बहनों के पिता सावेद ने कल, 16 अक्टूबर को आरोप लगाए थे कि पुलिस थार वाले को बचाने की कोशिश कर रही है। पूरे शहर में कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन अभी तक पुलिस आरोपी का सुराग नहीं लगा पाई है। अगर कोई आम व्यक्ति पकड़ना है तो पुलिस तुरंत एक्शन करती है, लेकिन इस हादसे पर पुलिस के हाथ अभी तक खाली है। दादी रहमानी ने कहा कि पुलिस आरोपी को बचा रही है। उनकी पोती अब इस दुनिया में नहीं रही और दूसरी अस्पताल में भर्ती है, फिर भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। अब पढ़िए एक्सीडेंट को लेकर पुलिस ने क्या कार्रवाई की