अशोक महतो ने 16 साल छोटी पत्नी को दिलाया टिकट:वारिसलिगंज से लड़ेगी बाहुबली की बीवी; लालू के कहने पर खरमास में की थी शादी

बिहार विधानसभा चुनाव में RJD ने बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी को टिकट दिया है। शुक्रवार रात तेजस्वी ने अनीता देवी को पार्टी सिंबल दिया। वो नवादा के वारिसलिगंज से चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस ने इस सीट पर पहले से मंटन सिंह को उतारा है। इससे पहले अनीता देवी ने 2024 लोकसभा चुनाव मुंगेर सीट से लड़ा था। जदयू के ललन सिंह ने अनीता देवी को 80 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। 2024 में लोकसभा का टिकट पाने के लिए बिहार के कुख्यात अशोक महतो ने खरमास में शादी कर ली थी। उस वक्त अशोक की उम्र 62 साल थी, पत्नी उनसे 16 साल छोटी थी। अशोक महतो पर ही वेब सीरीज खाकी द बिहार चैप्टर बनी थी। अशोक पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनको सजा भी हो चुकी है। वह 17 साल से जेल में थे। 10 दिसंबर 2023 को जेल से रिहा हुए थे। सजा की वजह से वो चुनाव नहीं लड़ सकते थे। इसलिए आनन-फानन में उन्होंने शादी की थी, ताकि उनकी पत्नी चुनाव लड़ सके। 2024 में हार के बाद भी राजद ने अनीता देवी को टिकट दिया है। इससे अशोक महतो और लालू परिवार के रिश्तों को समझा जा सकता है। कुछ दिन पहले बाहुबली पत्नी के टिकट के लिए राबड़ी आवास भी पहुंचे थे। हालांकि उस वक्त मुलाकात नहीं हो पाई थी।पढ़िए बाहुबली, बीवी और चुनाव…. सबसे पहले 2 तस्वीर देखिए 2024 में लालू ने कहा था शादी कर लो टिकट दे देंगे लोकसभा चुनाव के दौरान अशोक महतो टिकट के लालू से मिलने पहुंचे थे। बताया जाता है कि इस दौरान लालू ने अशोक महतो को बुलाकर कहा था कि शादी करके आओ तब टिकट देंगे। इसके बाद उन्होंने लड़की की तलाश शुरू की। ताकि अगर उनको टिकट न मिले तो वे अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाएं। उनकी तलाश अनीता पर जाकर पूरी हुई। शादी करने के लिए अशोक महतो का काफिला 50 गाड़ियों के साथ निकला था। बख्तियारपुर के मां जगदंबा स्थान के मंदिर में विवाह हुआ। दिल्ली में जॉब करती थीं अनीता, पिता इंजीनियर थे अनीता लखीसराय के सूर्यगढ़ा प्रखंड के बंशीपुर हेमजापुर इलाके की रहने वाले हरि मेहता की बेटी हैं। वो पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रहती थीं। शादी से पहले वो दिल्ली की ही एक कंपनी में काम करती थीं। उसके पिता हरि प्रसाद सहनी PWD इंजीनियर थे। अनीता कुर्मी समाज से हैं। अशोक महतो धानुक कुर्मी समाज से आते हैं। अशोक महतो पर बनी है खाकी द बिहार चैप्टर..कई हत्याओं का आरोप अशोक महतो के नाम कई नरसंहार दर्ज हैं। इनमें सबसे भयावह है अपसढ़ नरसंहार। साल 2000 की 11 मई की रात के 11 बजे एक परिवार की हत्या कर दी गई थी। नुनुलाल सिंह का परिवार के 15 लोग छत पर सो रहे थे। अचानक 50-60 लोग आए और गोलियां बरसाने लगे। लगभग 8 मिनट में उसने 300 राउंड से अधिक फायरिंग की। जो गोलियों से बच गए उसे तलवार से काट दिया। जब माहौल शांत हुआ तो छत पर 11 लाशें थीं। मरने वालों में 10 साल के बच्चे से लेकर 50 साल के बुजुर्ग तक थे। इसमें अशोक महतो का नाम सामने आया था। जानिए अशोक महतो की क्राइम कुंडली… अशोक महतो के नाम से थर्राता थे 3 जिले बिहार में 1990 के दशक के अंत में जातीय संघर्ष के दौरान अशोक महतो बड़ा नाम सामने आया था। अशोक महतो गिरोह पर बड़ी संख्या में अगड़ी जाति के लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार माना गया था। बिहार के नवादा, नालंदा और शेखपुरा जिला के 100 से अधिक गांवों में अशोक महतो की तूती बोलती थी। 2002 में नवादा जेल ब्रेक में पुलिस पुलिसकर्मियों की हत्या भी की थी। ​​​​2005 में सांसद राजो सिंह की हत्या हुई थी। इसमें अशोक महतो और उसके गिरोह का नाम सामने आया था। अशोक महतो गिरोह को नालंदा, नवादा और शेखपुरा क्षेत्रों में पिछड़ी जातियों का समर्थन प्राप्त था। आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा की किताब पर आधारित वेब सीरीज खाकी द बिहार चैप्टर, अशोक महतो के नाम पर ही बनाई गई थी। हालांकि इस वेब सीरीज का अशोक महतो की समर्थकों ने विरोध भी किया है। कहा कि इस सीरीज में कुछ कहानी गलत भी है। विधायक पर हमले के भी थे आरोपी अशोक महतो तत्कालीन विधायक रणधीर कुमार पर हमला के मामले में भी आरोपी थे। बता दें कि 22 अगस्त 2012 को तत्कालीन विधायक रणधीर कुमार नगर क्षेत्र शेखपुरा से अपने गांव मुरारपुर जा रहे थे। उसी समय उनके गांव जाने के मार्ग में विधायक पर केन बम विस्फोट हमला कर जान लेने का प्रयास किया गया था। इस मामले में भी कुख्यात अशोक महतो सहित अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। अब अशोक महतो की शादी की तस्वीरें देखिए…

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