जालंधर | सिटी की सड़कों पर बेसहारा पशुओं से हादसों का खतरा भी बना है। निगम का पशुओं को पकड़ने का काम धीमा बना है। वैसे निगम बेसहारा पशुओं को शाहकोट और फरीदकोट की गौशाला में भेज देता है, लेकिन पशुओं को पकड़ने को निगम में एनीमल कैचर वाहन की कमी है। इस वजह से पशुओं को पकड़ने का काम धीमा है। ऐसे में बेसहारा पशुओं से रात के अंधेरे में हादसों का खतरा बना रहता है।