भास्कर न्यूज | जालंधर शहर की हवा पहले ही प्रदूषण से खराब हो चुकी है, लेकिन हालात को सुधारने के लिए बनाई गई ग्रीन बेल्ट और सेंट्रल वर्ज खुद बदहाली का शिकार हैं। शहर का हरित कवच टूटता जा रहा है—धूल से भरी, सूखी और जगह-जगह क्षतिग्रस्त हरियाली अब लोगों के लिए राहत के बजाय चिंता बन चुकी है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि कई स्थानों पर ग्रीन बेल्ट पर लोगों ने कब्जे कर रखे हैं। पटेल चौक पर तो ग्रीन बेल्ट पर खोखे बना जगह घेर ली गई है, जिसके चलते यहां की हरियाली पूरी तरह खत्म हो चुकी है। ग्रीन बेल्ट और सेंट्रल वर्ज की देखरेख निगम ने एजेंसी को सौंप रखी है, लेकिन नोटिस मिलने के बाद भी एजेंसी के काम में सुधार नहीं हुआ। एजेंसी पौधे लगाने, सफाई और रंगाई का जिम्मा तो संभालती है लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ अपने विज्ञापन बोर्ड लगाने में ज्यादा रुचि ले रही है। शहर में कुल 80 से ज्यादा ग्रीन बेल्ट और सेंट्रल वर्ज हैं, लेकिन पटेल चौक से वर्कशॉप चौक, नकोदर रोड, 120 फुटी रोड, पुरानी सब्जी मंडी से कपूरथला रोड तक कई जगहों पर हालत बेहद खराब है। नकोदर रोड की ग्रीन बेल्ट में तो हरियाली और ग्रिल तक टूट चुकी है। उधर, शहर का एक्यूआई 188 तक पहुंचना आम हो गया है जो खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के तहत तोड़ी गई कई मुख्य सड़कों पर धूल उड़ रही है और ग्रीन बेल्ट पर जमा धूल साफ करने का काम भी निगम की ओर से नहीं किया जा रहा। शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखने का जिम्मा जिनके कंधों पर है, वही लापरवाही का बोझ बढ़ा रहे हैं। समय रहते कदम न उठाए गए, तो हरियाली की ये आखिरी बची पट्टियां भी खत्म हो जाएंगी। सेंट्रल वर्ज से नदारद हुई ग्रिल और पौधे । लोगों का दर्द, उन्हीं की जुबानी ^नगर निगम की ग्रीन बेल्ट पर लोगों ने कब्जे भी किए हैं। इस वजह से शहर में हरियाली भी क्षतिग्रस्त हो गई है। निगम को अवैध कब्जों को हटाने के लिए भी कार्रवाई करनी चाहिए। -विनय अग्रवाल , रामामंडी ^नगर निगम के डीएवी और पठानकोट फ्लाईओवर पर सौंदर्यीकरण के लिए हैंगिंग गार्डन बनाए हैं। इनकी हरियाली भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। एजेंसी इनकी देखभाल भी नहीं कर रही है। -सुमित सिंह , गदईपुर ग्रीन बेल्ट और सेंट्रल वर्ज का सर्वे कराएगा निगम ^सिटी में निगम ग्रीन बेल्ट और सेंट्रल वर्ज का सर्वे करा रहा है। इसमें काम संतोषजनक नहीं होने पर एजेंसी को नोटिस जारी होगा। इसके बाद भी काम में बदलाव नहीं होने पर एग्रीमेंट भी निरस्त होगा। -बलबीर सिंह बिट्टू, सीनियर डिप्टी मेयर, नगर निगम