नोएडा में सरकारी स्कूल की टीचर/BLO ने काम के दबाव में नौकरी से इस्तीफा दे दिया। टीचर पिंकी ने इस्तीफे में लिखा- मैंने SIR के 215 फॉर्म फीड कर दिए हैं, अब मुझसे ये काम नहीं होगा। न शिक्षण काम हो पाएगा, न BLO काम। मामला नोएडा सेक्टर 34 स्थित गेझा के उच्च प्राथमिक स्कूल का है। महिला टीचर ने इससे पहले भी ड्यूटी न लगाने के लिए अपील की थी, लेकिन उसकी बात नहीं मानी गई थी। अब टीचर ने BLO के ग्रुप पर निर्वाचन अधिकारी के नाम इस्तीफा लिखकर भेज दिया। बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पवार ने कहा- इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। न ही किसी टीचर ने मुझे इस्तीफा भेजा है। इस्तीफे में क्या लिखा, हूबहू पढ़िए
टीचर ने अपने इस्तीफा में लिखा- मेरा BLO का पार्ट नंबर 206 है। मतदाता स्थल रॉकवुट स्कूल है। मेरे भाग संख्या में 1179 मतदाता हैं। ऑनलाइन मैंने 215 फीड कर दिए हैं। मैं अब अपने जॉब से रिजाइन दे रही हूं, क्योंकि अब मेरे से यह काम नहीं होगा। न शिक्षण कार्य हो पाएगा, न ही BLO का कार्य। कृपया आप मुझे निर्देशित करें कि मैं अपना निर्वाचन सामान किसे दूं। आपकी अति कृपा होगी। महिला टीचर का नाम पिंकी सिंह है। वह सेक्टर 34 स्थित गेझा के उच्च प्राथमिक स्कूल में सहायक टीचर हैं। वह थायराइड की समस्या से जूझ रही हैं। स्कूल प्रधानाचार्य नीलम सिंह ने बताया कि टीचर ने ड्यूटी लगने के बाद ड्यूटी न लगाने की अपील की थी, लेकिन सुनवाई नहीं की गई। उन्हें सेक्टर-33 रॉकवुड स्कूल में मतदान केंद्र की BLO की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। टीचर बने BLO, वोटर लिस्ट अपडेट कराने में ड्यूटी
इन दिनों यूपी में स्पेशल इंटेसिव रिवीजन तैयार की जा रही है। सरल शब्दों में कहें तो मतदाता सूची को अपडेट किया जा रहा है। वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए सरकारी स्कूलों के टीचरों को BLO बनाकर घर-घर जाकर यह काम करना पड़ रहा है। आरोप है कि इसके चलते टीचरों पर काम का दवाब बहुत बढ़ गया है। कई जगहों से मौत होने की भी खबरें आई हैं। लखनऊ में शिक्षामित्र की ब्रेन हेमरेज से मौत; पत्नी बोली- BLO ड्यूटी में दबाव था लखनऊ के मलिहाबाद के प्राथमिक विद्यालय सरावां के शिक्षामित्र की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। उन्होंने शुक्रवार शाम को इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। मृतक शिक्षामित्र की पहचान सरावां के विजय कुमार वर्मा के रूप में हुई। इस समय वह BLO के तौर पर काम कर रहे थे। मृतक की पत्नी सविता रावत ने बताया- जब से BLO का काम मिला था, तब से बहुत परेशान रहते थे। इसी टेंशन की वजह से अटैक पड़ा और चरक अस्पताल लेकर गए। वहां डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज बताया। काम के दबाव में पूरा दिन मोबाइल फोन में जुटे रहते थे। घटना के बाद पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार में एक बेटा हर्षित (28) है। —————- ये खबर भी पढ़िए- 19 दिन में 6 राज्यों में 15 बीएलओ की मौत: SIR अभियान के दौरान गुजरात-MP में 4-4, बंगाल में 3, राजस्थान-तमिलनाडु-केरल में 3 मौतें देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) अभियान के बीच बूथ लेवल अफसरों (बीएलओ) की मौतें चिंता का कारण बन गई हैं। 21 नबंवर की रात से 22 नवंबर के मध्य प्रदेश में दो बीएलओ की ‘बीमारी’ के कारण मौत हो गई। मध्य प्रदेश के भोपाल में दो बीएलओ को हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। पश्चिम बंगाल में एक महिला बीएलओ ने भी आत्महत्या कर ली। मृतकों के परिजनों ने ज्यादा काम और लक्ष्य पूरा करने के दबाव को मौत का कारण बताया है। निर्वाचन आयोग की शनिवार की रिपोर्ट के अनुसार बड़े राज्यों में राजस्थान में सर्वाधिक 60.54% फॉर्म डिजिटलाइज हुए हैं। वहीं, केरल में सबसे कम 10.58% फॉर्म डिजिटल हो पाए हैं। कुल 98.98% फॉर्म बंट चुके हैं। पढ़ें पूरी खबर…