पटना में सोमवार को जमीन कारोबारी अशरफी राय की दो बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घर के बाहर बैठे अशरफी राय पर बदमाशों ने कारोबारी पर एक के बाद एक 6 फायर किए। अशरफी राय पर जिस तरह गोलियां चलाईं गई, घटनास्थल पर जो 10 से ज्यादा खोखे बरामद हुए, उससे माना जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने वाले नए अपराधी नहीं हो सकते। पुलिस की शुरुआती जांच में ऐसे कई सबूत मिले हैं जो बताते हैं कि इस वारदात की प्लानिंग बड़े स्तर पर की गई थी। मोटी रकम देकर प्रोफेशनल शूटर्स को हायर किया गया था। जांच में यह भी सामने आया है कि दो शूटर बाइक पर आए थे। हत्या करने के बाद वे भागने लगे, लेकिन भीड़ ने पीछा कर दोनों को 200 मीटर दूर दबोच लिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने दोनों को पीट-पीटकर मार डाला। यह पूरी घटना गोपालपुर थाना क्षेत्र के भूपतिपुर इलाके की है। मौके से आई 3 तस्वीरें देखिए… कपड़ा बदलकर भागने की थी प्लानिंग, मौके से मिले टी-शर्ट अगर दोनों अपराधी भीड़ के हत्थे नहीं चढ़ते तो पुलिस की बड़ी फजीहत होती। क्योंकि वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी अपनी प्लानिंग में कामयाब हो जाते। जांच में पुलिस की थ्योरी के अनुसार, दोनों शूटर हत्या करने के बाद कपड़ा बदलकर फरार होने वाले थे। उनकी इस प्लानिंग का खुलासा तब हुआ, जब मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों की तलाशी और नए टी-शर्ट बरामद किया। पुलिस का मानना है कि हत्या के बाद वे कुछ दूरी तय करके सुनसान जगह पर शर्ट बदलते। फिर नए टी-शर्ट पहन लेते, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता। फिर वे भीड़, पुलिस और सीसीटीवी की नजरों से बचकर आसानी से शहर से निकल सकते थे। लेकिन फरार होने से पहले ही दोनों को भीड़ ने दबोच लिया और मॉब लिंचिंग में दोनों मारे गए। 80 करोड़ की जमीन विवाद हत्या की वजह पटना पुलिस ने सबसे पहले घटनास्थल पर FSL की टीम को बुलाकर पड़ता किया और साक्ष्य जुटाए। पुलिस की टीम हत्या क्यों हुई? इसके पीछे की वजह को लेकर भी जांच कर रही है। हालांकि, शुरुआती तौर पर हत्या के पीछे के कारणों की छानबीन में पुलिस को सबसे बड़ा एंगल जमीन विवाद का मिला है। SDPO सदर-2 रंजन कुमार के अनुसार, ‘अशरफी राय के खिलाफ कई लोगों ने पुलिस में पहले से ही जमीन विवाद को लेकर कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। आरोप हा कि जमीन की डील होने के बाद अशरफी राय रुपए तो लेते थे, लेकिन रजिस्ट्री नहीं करते थे।’ जिस जमीन को लेकर विवाद बताया जा रहा है, वह करीब 4.5 बीघा है। प्रति कट्ठा जमीन की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपए बताई जा रही है। यानी पूरा विवाद करीब 80 करोड़ रुपए से अधिक की जमीन को लेकर है। पुलिस को शक है कि इसी विवाद में सुपारी देकर इस हत्या को अंजाम दिया गया है। पुलिस अब सुपारी देने वालों तक पहुंचने में जुटी फिलहाल पटना पुलिस जमीन विवाद की तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। यह जांच की जा रही है कि जमीन विवाद में किन लोगों शामिल थे और सुपारी देने में किसकी भूमिका हो सकती है। कई लोगों से पूछताछ की जा रही है और पुलिस सभी एंगल्स पर काम कर रही है।