पंजाब के फिरोजपुर में RSS नेता नवीन अरोड़ा का हत्यारा फाजिल्का में ढेर हो गया है। उसे उसके ही साथियों से पुलिस कस्टडी के दौरान गोली मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया। पुलिस आरोपी को हथियारों की रिकवरी के लिए फाजिल्का लेकर आई थी। जहां पर उसके साथियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस का कहना है कि आरोपी उसे छुड़ाने के लिए आए थे। वारदात के बाद फायरिंग करने वाले आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात को लेकर DIG ने क्या कहा… इस बारे में DIG हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि इस एनकाउंटर में बादल नाम का शूटर मारा गया। यह एनकाउंटर उस वक्त हुआ, जब फिरोजपुर से DSP सिटी और DSP डिटेक्टिव के अलावा CIA इंस्पेक्टर की अगुआई वाली पुलिस टीम यहां रिकवरी के लिए श्मशान घाट पहुंची थी। यह मामला फिरोजपुर शहर में 15 नवंबर को कत्ल किए गए RSS के नेता नवीन के कत्ल केस का है। इस दौरान मेन शूटर बादल को लेकर आए तो इसके साथ के आरोपी वहां छुपे हुए थे। उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की। इस दौरान बांह पर गोली लगने से हेड कॉन्स्टेबल बलौर सिंह जख्मी हो गया। इसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इस दौरान शूटर बादल भी जख्मी हो गया। SHO बोले- साथी श्मशान में छिपे हुए थे, पहले फायरिंग की
फाजिल्का के थाना अमीर खास के इंचार्ज गुरिंदर सिंह ने बताया कि फिरोजपुर की पुलिस आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या में आरोपी बादल को रिकवरी करवाने के लिए अमीरखास के नजदीक माहमूजोईया इलाके में लाई थी। यहां पर श्मशान घाट के नजदीक उसके साथी छिपकर बैठे हुए थे। उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में उनकी गोलियां पुलिस के साथ आए आरोपी को लगीं। जिससे वह भी जख्मी हो गया। उधर, सरकारी अस्पताल के डॉक्टर करन नागपाल ने बताया कि पुलिस दो लोगों को अस्पताल में लेकर आई थी। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। जबकि घायल पुलिस कर्मचारी का इलाज किया जा रहा है। फिरोजपुर में RSS नेता की हत्या का मामला क्या है… फिरोजपुर में RSS नेता नवीन की हत्या 15 नवंबर को की गई थी। बदमाशों ने उन्हें बीच बाजार में गोली मार दी थी। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में बादल और कनव को अरेस्ट किया था। कनव के साथ भी पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। पुलिस गिरफ्तारी के बाद पता चला कि हत्या के लिए इन्हें 1-1 लाख रुपए ऑफर किए गए थे। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी खालिस्तानी संगठन शेर-ए-पंजाब ब्रिगेड ने ली थी। संगठन ने कहा- हमने हिंदूवादी गिरोह के नेता को सुधार दिया है।