बिहार में नई सरकार के गठन होने के साथ ही पुलिस बदमाशों के खिलाफ एक्शन मोड में है। छपरा में रविवार सुबह पुलिस और कुख्यात अपराधी शिकारी राय के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें हत्या के आरोपी शिकारी राय के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने उसे मौके से ही पकड़ लिया और एम्बुलेंस से सदर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस की निगरानी में उसका इलाज जारी है। दरअसल कल रविवार की दोपहर एक शख्स की अपराधियों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बिशनपुर इलाके में SIT टीम छापेमारी करने पहुंची थी। पुलिस ने शिकारी राय को पकड़ लिया, लेकिन हथियार रिकवर करवाने के दौरान उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस गोलीबारी में एक ASI घायल हो गए हैं। उन्हें तत्काल सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। SSP कुमार आशीष ने बताया, ‘गोली शिकारी राय के बाएं पैर में लगी है। मौके से 2 पिस्टल, 8 जिंदा गोली बरामद हुई है। उसने पुलिस पर 2 गोलियां चलाई हैं। उसने कबूल किया है कल हुई हत्या में वो शामिल था।’ अपराधियों ने दौड़ाकर सिर में मारी गोली कल यानी रविवार दोपहर छपरा के नगर थाना क्षेत्र के पुलिस लाइन के बिल्कुल पास 41 साल के शख्स को दौड़ा कर गोली मारी गई थी। मृतक की पहचान कटिहार जिला के दहरिया चौक निवासी कृष्णा सिंह के बेटे आजाद सिंह उर्फ भीष्म राय के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश में रह रहा था। अपराधियों ने आजाद सिंह को करीब 20 मीटर तक दौड़ाया और बाद में सिर में नजदीक से गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात इतनी नजदीकी पर हुई कि पुलिस लाइन की सीमा से महज 50 मीटर की दूरी पर ही अपराधियों ने पूरी घटना को अंजाम दिया। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अधेड़ भागते हुए अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहा था। पिस्टल लहराते हुए दो अपराधी लगातार पीठ की ओर से गोलियां चलाते हुए उसका पीछा कर रहे थे। जान बचाने की कोशिश में वह सड़क किनारे स्थित एक निजी मकान में घुस गया, लेकिन अपराधी भी हत्या की मंशा से आए थे और वे घर तक पीछे-पीछे पहुंच गए। भीतर पहुंचकर उन्होंने नजदीक से सिर में गोली मार दी। बताया जा रहा है, गैंगवार में आजाद सिंह की हत्या हुई। आजाद पर 10 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। शिकारी राय पर हत्या, लूट, रंगदारी के 7 केस
एनकाउंटर में घायल अपराधी पर जिला के अलग अलग थानों में 7 मामले दर्ज है। जिसमें हत्या, लूट, रंगदारी जैसे संगीन केस हैं। शिकारी राय मूल रूप से गड़खा थाना क्षेत्र के अख्तियारपुर गांव का रहने वाला है। शिकारी राय जमीन के कारोबार से भी जुड़ा हुआ है। लंबे समय से पुलिस की रडार पर था शिकारी राय जानकारी के अनुसार, शिकारी राय लंबे समय से पुलिस की रडार पर था। उस पर हत्या, लूट और रंगदारी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिकारी राय सालों से इलाके में सक्रिय अपराधी गिरोह का हिस्सा रहा है। कई बड़े आपराधिक मामलों में उसकी भूमिका की जांच पहले से ही चल रही थी। एनकाउंटर में घायल होने के बाद अब पुलिस उसके नेटवर्क, सहयोगियों और हालिया आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी जानकारी खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शिकारी राय से पूछताछ इस पूरे गिरोह की जड़ों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। 10 दिन में दूसरा एनकाउंटर बिहार में नई सरकार के गठन के बाद 10 दिन में ये दूसरा एनकाउंटर है। इससे पहले शुक्रवार की रात बेगूसराय में STF और जिला पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन में एनकाउंटर हुआ। इसमें एक कुख्यात घायल हो गया है। उस पर सरपंच के बेटे के मर्डर का आरोप है। घटना साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र शालिग्राम और मल्हीपुर गांव के आसपास की है। घायल बदमाश तेघड़ा थाना क्षेत्र के बनहारा गांव के रहने वाले राजकिशोर राय का बेटा शिवदत्त राय (27) है। मौके से पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और कैश भी बरामद किया है। घायल का इलाज बेगूसराय के सिविल हॉस्पिटल में पुलिस हिरासत में चल रहा है। पुलिस उसकी हालत के बारे में अभी कुछ नहीं बता रही है। पूरी खबर पढ़ें।